गणतंत्र से गन तंत्र की ओर…..
Republic Day 2022 - Indian Youth Voice
JOIN OUR WHATSAPP GROUP
आज गण के तंत्र का दिवस है, अगर गणतंत्र दिवस होता तो कल पुलिस यूँ छात्रों का आवाजों को दबा नही रही होती , छात्र जब अपने घरों से निकलता है तो उसके कंधे पर बोझ होता है, मां-बाप के सपनों का, बहन और भाई के अरमानों का, घर के मान सम्मान का ,और इन्हीं सब अरमानों को पूरा करने के लिए जब वह सलोरी, बघाड़ा या फिर किसी तिलक नगर या राजेंद्र नगर में 4×4 के कमरों में रहकर चटाई या दरी पर रात गुजरता है, तो उसके शरीर की पीड़ा उसके भविष्य और सपनों के आगे उसे बौनी प्रतीत होती दिखलाई पड़ती है। और उसी भविष्य के साथ सरकार जब खिलवाड़ करती है, कभी रिक्तियों के नाम पर तो, कभी परीक्षा में धांधली के नाम पर तो, कभी परीक्षाफल में देरी के नाम पर ,तो कभी पर परीक्षाफल में ही धांधली के नाम पर तो, वही छात्र जो अपने घर से अ...