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Pitru Paksha 2022: know from which date Shradh will start in September 2022 and its significance
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Pitru Paksha 2022: know from which date Shradh will start in September 2022 and its significance

पृथ्वी लोक पर आकर पूर्वज देते हैं आशीर्वाद, श्राद्ध, तर्पण-पिंडदान करने से प्रसन्न होते हैं पितर Pitru Paksha 2022: know from which date Shradh will start in September 2022 and its significance आज देश भर में अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जा रहा है। हर साल अनंत चतुर्दशी के दिन ही 10 दिवसीय गणेश उत्सव का समापन हो जाता है और भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन होता है। आज मुंबई समेत देश के तमाम शहरों में भगवान गणेश को विदाई दी जा रही। कल से पितृपक्ष आरंभ हो रहे हैं। हर साल भाद्रपद मास के शुक्‍ल पक्ष की पूर्णिमा से श्राद्ध शुरू होते हैं और अमावस्‍या तक चलते हैं। इसे श्राद्ध पक्ष भी कहते हैं और इस अमावस्‍या को सर्व पितृ अमावस्‍या कहते हैं। श्राद्ध 10 सितंबर से शुरू होकर 25 सितंबर को सर्व पितृ अमावस्‍या पर खत्‍म होंगे। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य और मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है। सन...
Akshay Tritiya 2022: धार्मिक-मांगलिक, शुभ कार्यों और खरीदारी के साथ सुख-समृद्धि का प्रतीक है यह पर्व
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Akshay Tritiya 2022: धार्मिक-मांगलिक, शुभ कार्यों और खरीदारी के साथ सुख-समृद्धि का प्रतीक है यह पर्व

Akshay Tritiya 2022 JOIN OUR WHATSAPP GROUP कल एक ऐसा पर्व है जिसके नाम के आगे ही अक्षय है। अक्षय का अर्थ अनंत, विनाश का अभाव, जो सदा बना रहने वाला, सदा एक जैसा रहने वाला, जिसका क्षय या विघटन न हो, अविनाशी, क्षयरहित, आदि को हिंदी में 'अक्षय' कहते हैं। मंगलवार (3 मई) को देश में 'अक्षय तृतीया' का पर्व मनाया जाएगा। भारतीय ज्योतिष शास्त्र, सनातन धर्म का सबसे अहम और शुभ दिन इसे माना जाता है। इसी दिन परशुराम जयंती भी है सनातन धर्म के अनुसार इस तिथि को शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन किए कार्यो का क्षय नहीं होता।अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारंभ किया जा सकता है। यह वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाया जाता है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया सर्वाधिक सर्व सिद्धि योग वाली तिथि है। इस दिन किए जा...
अद्भुत छटा बिखेरने के लिए तैयार अयोध्या, 9 लाख दियों की ज्योति से बनेगा विश्व रिकॉर्ड
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अद्भुत छटा बिखेरने के लिए तैयार अयोध्या, 9 लाख दियों की ज्योति से बनेगा विश्व रिकॉर्ड

Deepotsav at Ayodhya set to be grandest भगवान प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में आज रात अलग है। एक ऐसी रात जो दीपावली के उत्सव के साथ करोड़ों लोगों की आस्था, विश्व रिकॉर्ड और एक संदेश भी देने के लिए व्याकुल है । ‌राम जन्मभूमि अयोध्या सुबह से ही अपनी अद्भुत छटा बिखेर रही है। समूचे शहर को 'दुल्हन' की तरह सजाया गया है। आज रात अयोध्या नगरी में 'त्रेतायुग' जैसा नजारा देखने को मिलेगा, दीप्ति, प्रकाश, चमक और झलक सेआकाश भी जगमगा उठेगा। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु इस यादगार लम्हों के साक्षी बनने के लिए रामनगरी पहुंच चुके हैं। अयोध्या बेकरार है विश्व भर में एक और नया 'कीर्तिमान' बनाने को । देश ही नहीं बल्कि विश्व के तमाम न्यूज चैनलों के अयोध्या नगरी में हर एंगल से 'कैमरे' तन गए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई दिनों से इस दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए स्वयं निगरानी कर रहे हैं। बता दें कि...
Ahoi Ashtami 2021: संतान की दीर्घायु और सुखमय भविष्य के लिए माताएं रखती हैं ‘अहोई अष्टमी का व्रत’
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Ahoi Ashtami 2021: संतान की दीर्घायु और सुखमय भविष्य के लिए माताएं रखती हैं ‘अहोई अष्टमी का व्रत’

हमारे देश में व्रत और त्योहारों का आना-जाना लगा रहता है। एक फेस्टिवल खत्म हुआ दूसरे की तैयारी शुरू हो जाती है। अगर इसी महीने की बात करें तो पहले नवरात्रि, विजय दशमी, (दशहरा) शरद पूर्णिमा, के बाद महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखकर पति के सुख समृद्धि और लंबी आयु की कामना की। एक बार फिर से माताओं ने व्रत रखा है। ‌ आज 'अहोई अष्टमी' है। ‌इस दिन मां अपनी संतान की दीर्घायु और सुखमय भविष्य के लिए व्रत रखती हैं। कहा जाता है कि इस दिन से दिवाली की शुरुआत भी हो जाती है। हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस व्रत की परंपरा हमारे देश में प्राचीन काल से चली आ रही है। ‌यह व्रत करवा चौथ के 4 दिन बाद और दीपावली से 8 दिन पहले होता है। कार्तिक मास की आठवीं तिथि को पड़ने के कारण इसे ‘अहोई आठे’ भी कहा जाता है। इस दिन महिलाएं अहोई माता का व्रत रखती ह...
चंद्रमा से बरसता अमृत तो चांदनी करती उत्सव, शरद पूर्णिमा की रात खीर में आती है ‘मिठास’
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चंद्रमा से बरसता अमृत तो चांदनी करती उत्सव, शरद पूर्णिमा की रात खीर में आती है ‘मिठास’

Sharad Purnima 2021 आमतौर पर हम लोग दिन की बात करते हैं लेकिन आज बात करेंगे रात की। एक ऐसी रात जिसमें पर्व, उत्सव के साथ सदियों पुरानी कई धार्मिक परंपराएं भी जुड़ी हुई हैं। इस चांदनी रात का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। जी हां हम आज चर्चा करेंगे शरद पूर्णिमा की। अश्विन मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा कहा जाता है। शरद पूर्णिमा देश भर में धूमधाम के साथ मनाई जा रही है। सुबह से ही सोशल मीडिया पर बधाई-शुभकामनाओं का संदेश देने का सिलसिला जारी है। कहीं-कहीं यह त्योहार कल यानी 20 अक्टूबर को भी मनाया जाएगा। वैसे तो पूर्णिमा पूरे साल में 12 बार आती है लेकिन शरद पूर्णिमा हिंदू धर्म में विशेष महत्व के साथ कई प्राचीन धार्मिक आस्थाओं की याद दिलाती है। 'इस रात चंद्रमा अपने पूरे यौवन पर रहता है, ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है'। चंद्रमा से निकलने वाली किर...
Bangladesh: Three people were killed as Mob vandalise Durga Puja pandals
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Bangladesh: Three people were killed as Mob vandalise Durga Puja pandals

बांग्लादेश में दुर्गा पंडालों पर कट्टरपंथियों का हमला, तीन हिंदुओं की मौत पर देश में आक्रोश पूरे देश में महानवमी पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। देशवासी नवरात्रि के आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना कर रहे हैं। इस बीच पड़ोसी बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने हिंदुओं की आस्था पर फिर चोट पहुंचाई है। घटना कल शाम की है। मुस्लिम शरारती तत्वों ने बांग्लादेश में कई दुर्गा पंडालों पर हमला बोला। अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की गई। हिंदू अब पूजा मंडपों की रखवाली कर रहे हैं। आज पूरी दुनिया चुप है। मां दुर्गा अपना आशीर्वाद दुनिया के सभी हिंदुओं पर बनाए रखें। कभी माफ न करें।' दूसरी ओर बांग्लादेश पुलिस का कहना है कि दुर्गा पूजा के दौरान चांदपुर जिले में भीड़ ने हिंदू मंदिर पर हमला किया। इस दौरान हुई झड़प में गोली मारकर 3 लोगों की हत्या कर दी गई। दुर्गा ...
Happy Navratri 2021: नवरात्रि के साथ झूमा बाजार, सुख-समृद्धि और कारोबार की दृष्टि से आई ‘मंगल घड़ी’
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Happy Navratri 2021: नवरात्रि के साथ झूमा बाजार, सुख-समृद्धि और कारोबार की दृष्टि से आई ‘मंगल घड़ी’

इंतजार खत्म। त्योहारों का सीजन शुरू। ऐसी शुभ घड़ी जिसमें भक्ति की उपासना का महापर्व, उत्सव के साथ खरीदारी और नया काम शुरू करने के लिए शुभ मुहूर्त भी है। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका फिर उसके बाद 15 दिनों के श्राद्ध पक्ष में शांत बैठे लाखों लोग नए बिजनेस और अन्य नई प्लानिंग के साथ 'श्रीगणेश' करने के लिए आज तैयार हैं। देशभर के बाजारों में भी 'चकाचौंध' बढ़ गई है। ठेल (रेहड़ी) वालों से लेकर बड़े दुकानदारों के चेहरों पर रौनक छा गई है। आज से करीब एक महीने तक मुनाफा, कारोबार और कमाई की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। सभी ने अपने-अपने हिसाब से तैयारी कर रखी है। आम हो या खास, कोई भी इस त्योहारी सीजन का 'मौका' गंवाना नहीं चाहते हैं। आज 7 अक्टूबर, गुरुवार है। देश में आज से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ होने से भक्ति का उत्सव भी शुरू हो गया है। जिसे मां दुर्गा उत्सव भी कहा जाता है।मं...
Hartalika Teej 2021 – पति की लंबी आयु के लिए आज महिलाएं मनाएंगी हरितालिका तीज व्रत, जानें क्या है शुभ मुहूर्त
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Hartalika Teej 2021 – पति की लंबी आयु के लिए आज महिलाएं मनाएंगी हरितालिका तीज व्रत, जानें क्या है शुभ मुहूर्त

Hartalika Teej 2021: Date, pooja timings and rituals  Hartalika Teej 2021: Date, pooja timings and rituals  देश के कई हिस्सों में अपने पति की लंबी उम्र के लिए आज महिलाएं हरितालिका तीज का त्यौहार मना रही हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष भाद्रपद शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं। हिंदू धर्म में सभी तरह के व्रत-त्योहार में इस पर्व का विशेष महत्व होता है। इसमें सुहागिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखते हुए शाम के समय में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा करती हैं। हरतालिका तीज व्रत में सुहागिन महिलाएं जल ग्रहण नहीं करती हैं। इसमें व्रत के बाद अगले दिन जल ग्रहण करने का विधान है।मान्यता है कि माता पार्वती ने इस दिन भगवान शिव को पति के रूप में कठोर तपस्या के बल पर प्राप्त किया था। यह व्रत सभी कठोर व्रतों में से एक है। जानें क्यों मानते ह...
Happy Raksha Bandhan 2021: शोभन-गजकेसरी योग के साथ इस बार भद्रा नहीं, भाइयों को पूरे दिन राखी बांध सकेंगी बहनें
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Happy Raksha Bandhan 2021: शोभन-गजकेसरी योग के साथ इस बार भद्रा नहीं, भाइयों को पूरे दिन राखी बांध सकेंगी बहनें

Happy Raksha Bandhan 2021 आज घरों से लेकर बाजारों तक उत्सव का माहौल है। दुकानों में राखी और मिठाई (घेवर) सजी हुई है। ‌महिलाओं ने घरों में स्वादिष्ट पकवान बनाना शुरू कर दिया है। शनिवार शाम मेहंदी लगाने के लिए बहनें बाजार पहुंची। देर शाम तक रक्षाबंधन की खरीदारी को लेकर बाजारों में चहल-पहल रही। रविवार को भी दुकानों पर खरीदारी के लिए भीड़ लगी हुई है।बहनें भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधना शुरू कर दिया है। इसके साथ बहनें भाइयों के आने की राह भी देख रहीं हैं। वहीं भाइयों ने इस त्योहार पर बहनों को देने के लिए खास गिफ्ट खरीदें हैं। वहीं सोशल मीडिया पर मैसेजों का आदान-प्रदान सुबह से ही प्रारंभ हो गया है। घरों और दुकानों पर रेडियो, मोबाइल और टीवी से रक्षाबंधन के गानों की आवाज सुनाई पड़ रही है। आज भाई-बहन का पावन त्योहार रक्षाबंधन पूरे देश भर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस बार यह त्योह...
Hariyali Teej 2021: Significance The Festival
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Hariyali Teej 2021: Significance The Festival

हरियाली तीज विशेष: पति की लंबी आयु, सुख-समृद्धि के साथ महिलाओं के सौंदर्य-प्रेम का उपासक है यह पर्व Hariyali Teej 2021 बारिश और रिमझिम फुहारों के साथ सावन का महीना सभी को लुभा रहा है। चारों ओर हरियाली छाई हुई है। ऐसे में अगर तीज-त्योहार का भी आगमन हो जाए, तो क्या बात है। वैसे सावन से त्योहारों की शुरुआत भी होती है। शुक्रवार, 13 अगस्त को नाग पंचमी है उसके बाद 22 अगस्त को भाई और बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन है। ‌लेकिन आज हम आपसे जो बात करेंगे वह पर्व महिलाओं को समर्पित है। जी हां हम बात कर रहे हैं 'हरियाली तीज' की। आज देश में हरियाली तीज धूमधाम के साथ मनाई जा रही है। महिलाओं ने इसके लिए विशेष तैयारी कर रखी है। घरों में पकवान बनाए जा रहे हैं। महिलाएं सोलह सिंगार करने में व्यस्त हैं। खैर, महिलाओं का सिंगार और स्वादिष्ट पकवान बनाना शाम तक चलता रहेगा। जब तक आइए हरियाली तीज को लेकर चर्च...