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Tag: Farm bills 2020

Priyanka Gandhi Vadra to address ‘kisan panchayats’ in Bijnor, Meerut today
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Priyanka Gandhi Vadra to address ‘kisan panchayats’ in Bijnor, Meerut today

प्रियंका गांधी आज बिजनौर और मेरठ में किसान पंचायत को करेंगी संबोधित कृषि आंदोलन के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में कांग्रेस लगातार किसान महासम्मेलन और पंचायतों को संबोधित कर रही है।पिछले दिनों कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में कई किसान पंचायतों को संबोधित किया तो वही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी इस इस दौरान काफी किसानों के समर्थन में कई सम्मेलनों को संबोधित कर रही हैं। वहीं आज फिर प्रियंका गांधी वाड्रा आज बिजनौर और मेरठ का दौरा करेंगी। इस दौरान प्रियंका गांधी आज सुबह 11 बजे किसान पंचायत में शामिल होंगी और किसान परिवारों से भी मुलाकात करेंगी। ...
India protests: farmers could switch to more climate-resilient crops – but they have been given no incentive
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India protests: farmers could switch to more climate-resilient crops – but they have been given no incentive

India protests: farmers could switch to more climate-resilient crops – but they have been given no incentive Fallow farms in rainfed south India. Toby Smith (@tobysmithphoto) for TIGR2ESS Shruti Bhogal, University of Cambridge and Shreya Sinha, University of Cambridge India is witnessing a historic mass mobilisation of farmers against three new farm laws. The country’s government maintains that these laws are the cure for a longstanding agrarian crisis. While this claim has been analysed from several angles, the environmental angle has often been overlooked. This is no small oversight since the agrarian crisis in India is underpinned by strong environmental vulnerabilities, including those associated with climate change. The three laws at the c...
Farmers’ protest: Four-hour ‘Rail Roko’ on February 18
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Farmers’ protest: Four-hour ‘Rail Roko’ on February 18

18 फरवरी को किसानों ने रेल रोको अभियान की घोषणा की Farmers' protest: Four-hour 'Rail Roko' on February 18 देश में कृषि कानून के खिलाफ लंबे समय से किसानों का प्रदर्शन जारी है। कृषि मंत्री गृह मंत्री यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसा देने के बावजूद किसान मानने को तैयार नहीं हैं और अपनी कृषि कानून को पूरी तरह से निरस्त करने की बात पर अड़े हैं।बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार बीते 6 फरवरी को देश में चक्का जाम के बाद अब किसानों ने 18 फरवरी को रेल परिचालन रोकने का एलान किया है।वहीं इससे पहले किसानों ने 14 फरवरी को मशाल रैली भी निकालने की तैयारी भी की है। किसानो की ओर से यह कहा गया है कि 14 फरवरी को पुलवामा दिवस पर वे अब तक कृषि आंदोलन में कुल 204 शहीद हुए किसानों और शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए किसान संगठन 14 फरवरी को शाम 7 बजे देशभर में मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर...
वेस्ट यूपी बना विपक्षियों का ‘ठिकाना’, प्रियंका आज सहारनपुर किसान महापंचायत में तलाशेंगी कांग्रेस की खोई जमीन
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वेस्ट यूपी बना विपक्षियों का ‘ठिकाना’, प्रियंका आज सहारनपुर किसान महापंचायत में तलाशेंगी कांग्रेस की खोई जमीन

Priyanka Gandhi Vadra to attend kisan mahapanchayat in UP's Saharanpur today आज बात करेंगे पश्चिम उत्तर प्रदेश यानी वेस्ट यूपी की। किसानों के आंदोलन के बाद यहां पर रालोद, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता‌ अगले वर्ष होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी सियासी जमीन तलाशने में जुटे हुए हैं । कृषि कानूनों के मसले पर सड़क से लेकर संसद तक संग्राम चल रहा है। किसानों के आंदोलन को अब लगभग तीन महीने से अधिक हो गए हैं, साथ ही अब अलग-अलग जगह महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है । इन किसान महापंचायतों के बहाने उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों के नेताओं ने अपनी सियासत चमकाने के लिए सक्रियता बढ़ा दी है । पिछले दिनों रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने किसान महापंचायत में भाषण देकर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी ।‌ बुलंदशहर में भी आज किसान महापंचायत होनी है, जिसे रालोद नेत...
Farmers Protest: One more farmer dies by suicide
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Farmers Protest: One more farmer dies by suicide

कृषि कानून के खिलाफ एक बार फिर किसान ने फांसी लगा कर दी जान, सुसाइड नोट में सरकार को दिया दोषी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के लगातार प्रदर्शन जारी हैं और साथ ही जारी है किसानों की आत्महत्या भी।अब तक कई किसानों ने इस कानून के खिलाफ अपनी जान दे दी हैं। आज एक बार फिर से हरियाणा के बहादुरगढ़ में तीन कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार से नाराज एक किसान ने फांसी लगा ली है। किसान ने सेक्टर-9 बाईपास के पार्क में पेड़ से फांसी लगाई है। किसान की पहचान जींद के सिंघवाल गांव के कर्मबीर के तौर पर हुई। मृतक कर्मबीर के पास से एक सुसाइड नोट मिला है।उस सुसाइड नोट पर लिखा है कि सरकार तारीख पर तारीख दे रही है। पता नहीं कब ये काले कानून रदद् होंगे। जब तक काले कानून रदद् नही होंगे तब तक यहां से नहीं जाएंगे। उधर, पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवा दिया है। परिजनों के आने क...
हरिद्वार पहुंचे भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज ने कांग्रेस पर किसानों को भड़काने के आरोप लगाए
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हरिद्वार पहुंचे भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज ने कांग्रेस पर किसानों को भड़काने के आरोप लगाए

पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन गुरुवार को कुंभनगरी हरिद्वार पहुंचे । शाहनवाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर निशाना साधा । उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भड़काने में लगे हुए हैं । शाहनवाज ने कहा कि कांग्रेस लाशों पर राजनीति करना चाहती है, शाहनवाज ने प्रियंका गांधी के रामपुर दौरे को लेकर भी सवाल उठाए । उन्होंने कहा कि 26 जनवरी के दिन दिल्ली में तिरंगे का अपमान करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए । भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के दरवाजे किसानों के लिए हमेशा खुले हैं । लेकिन ट्रैक्टरों से गणतंत्र दिवस को कुचलने का प्रयास करने वालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा। दीप संधू सहित कई उपद्रवियों पर इनाम घोषित किया जा चुका है। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के जोली एयरपोर्ट पहुंचने पर कार्यकर्ताओं न...
Why Indian farmers are so angry about the Modi government’s agricultural reforms
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Why Indian farmers are so angry about the Modi government’s agricultural reforms

Why Indian farmers are so angry about the Modi government's agricultural reforms Bhavani Shankar, University of Sheffield India’s farmers have been protesting since the autumn, with a growing intensity that culminated in a violent breaching of barriers in the Red Fort in Delhi during India’s Republic Day celebrations on January 26. The protests were spurred by the passing of a set of agricultural reform bills in parliament in September 2020 that aimed to fundamentally transform the way in which farm produce is marketed in the country. India’s farming population of more than 100 million is comprised largely of small farmers who fear that the reforms will add considerable uncertainty to their already meagre livelihoods. India has historically had a strongly regulated marketing syst...
India’s farmers are right to protest against agricultural reforms
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India’s farmers are right to protest against agricultural reforms

India's farmers are right to protest against agricultural reforms Proponents of the new laws claim they will help India’s agricultural sector, but small, rural farmers fear losing their livelihoods. AP Photo/Altaf Qadri Sanjay Ruparelia, Ryerson University The massive campaign organized by India’s farmers against laws to deregulate the agricultural sector has entered its ninth week. The government in New Delhi, led by the Bharatiya Janata Party (BJP), has tried to negotiate a compromise. But its attempts to placate the farmers have thus far failed. The strength of the mobilization has now compelled the government to suspend the laws for 18 months and form a new committee including representatives of the government and the farmers to address th...
मुजफ्फरनगर महापंचायत में यूपी चुनाव के लिए अपनी पार्टी का जनाधार तलाशते जयंत चौधरी
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मुजफ्फरनगर महापंचायत में यूपी चुनाव के लिए अपनी पार्टी का जनाधार तलाशते जयंत चौधरी

आज चर्चा करने से पहले आपको चार वर्ष पीछे 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव लिए चलते हैं । येे चुनाव अजित सिंह, जयंत चौधरी की सियासत को पीछे धकेल गए और उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल से जनता का मोहभंग भी हो गया था । बता दें कि 'उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से रालोद केवल एक सीट ही जीत पाई थी, साथ ही अजित सिंह के ग्रह जनपद बागपत और उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों मेरठ, मुजफ्फरनगर समेत आसपास जाट बेल्ट में राष्ट्रीय लोक दल का जनाधार भी बुरी तरह घट गया' ।‌ उसके बाद अजित और जयंत ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी करारी हार हुई और पार्टी का एक भी प्रत्याशी जीतने में सफल नहीं हो सका, यही नहीं अजित के साथ जयंत भी अपनी सीट बचाने में कामयाब नहीं हो सके । पिछले यूपी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के बाद 'रालोद का सियासी मार्केट ठंडा' पड़ा हुआ था । अगले वर्ष होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ...