Akshay Tritiya 2022: धार्मिक-मांगलिक, शुभ कार्यों और खरीदारी के साथ सुख-समृद्धि का प्रतीक है यह पर्व
Akshay Tritiya 2022
JOIN OUR WHATSAPP GROUP
कल एक ऐसा पर्व है जिसके नाम के आगे ही अक्षय है। अक्षय का अर्थ अनंत, विनाश का अभाव, जो सदा बना रहने वाला, सदा एक जैसा रहने वाला, जिसका क्षय या विघटन न हो, अविनाशी, क्षयरहित, आदि को हिंदी में 'अक्षय' कहते हैं। मंगलवार (3 मई) को देश में 'अक्षय तृतीया' का पर्व मनाया जाएगा। भारतीय ज्योतिष शास्त्र, सनातन धर्म का सबसे अहम और शुभ दिन इसे माना जाता है। इसी दिन परशुराम जयंती भी है सनातन धर्म के अनुसार इस तिथि को शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन किए कार्यो का क्षय नहीं होता।अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारंभ किया जा सकता है। यह वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाया जाता है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया सर्वाधिक सर्व सिद्धि योग वाली तिथि है। इस दिन किए जा...