बाढ़ और बदहाल ‘ बिहार ‘…
Flood In Bihar
बिहार और बाढ़ का संबंध ऐसा है जैसे रात के साथ दिन का।कोरोना के इस दौर में भले ही आपके घर में अतिथि ना आए हों लेकिन बिहार में बाढ़ जरूर आया है, क्यों कि शायद इसके लिए यहां राज करने वाले सरकार ने अब तक लॉक डाउन लगाने की कोशिश ही नहीं कि।हर साल बिहार में बाढ़ लगभग 15 जिले से अधिक जिलों पर अपना कहर बरपा कर जाती है जिस से 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित होते है। जैसे ही जुलाई का महीना शुरू होता है एक तरफ लोग अपने खेतों में धान की रोपनी करने लग जाते हैं तो दूसरी तरफ लोग बाढ़ से बचने के लिए जान माल समेटने लगते हैं। बरसात के शुरू होते ही बाढ़ का संकट उत्तरी बिहार पर मंडराना शुरू हो जाता है और फिर तीन महीने की तबाही, इन क्षेत्र के गरीबों की पूरे साल की मेहनत की कमाई पर पानी फेर चला जाता है।राज्य में हर साल नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र यानी उत्तर बिहार के कई जिलों में जैसे अररिया, किश...