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DW Editorial

One year of lockdown: Learning From Pandemic
कोविड 19, लॉक डाउन, COVID19, DW Editorial, Latest News

One year of lockdown: Learning From Pandemic

महामारी को हराने के लिए आइए एक बार फिर समझदारी दिखाएं और स्वयं लें सख्त फैसले (जनता कर्फ्यू के एक वर्ष) अजीब महामारी है ! न हम समझ सके न तुम । कोई नहीं जानता यह संकटकाल हमें कहां ले जाएगा और कितने दिनों तक। जब-जब आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं तब कदम फिर रुक जाते हैं। आज 22 मार्च है । यह तारीख देशवासी कभी नहीं भूल पाएंगे । आज बात भी कोरोना महामारी को लेकर होगी । वर्ष 2020 के मार्च महीने में कोविड-19 की शुरुआत जब देश में हो रही थी तब किसी ने सोचा नहीं था कि जिंदगी इतनी 'खौफनाक' हो जाएगी और कितने दिनों तक हमें 'डर के साए' में जीना पड़ेगा। इस महामारी ने लाखों-करोड़ों परिवारों पर ऐसा कहर ढाया कि अभी भी लोग 'सदमे' से उभर नहीं पाए हैं । सही मायने में कोरोना ने देशवासियों की जिंदगी ही पटरी से उतार दी, जो अभी तक पूरी तरह संभल नहीं पाई है । अब बात को आगे बढ़ाते हैं। पिछले वर्ष 19 मार्च दिन ...
कोरोना की रफ्तार के बीच 12 और राज्यों में भी आयोग ने उपचुनाव की बजा दी डुगडुगी
कोविड 19, COVID19, DW Editorial, Latest News

कोरोना की रफ्तार के बीच 12 और राज्यों में भी आयोग ने उपचुनाव की बजा दी डुगडुगी

Election Commission announced the Date of Election in 12 states पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनाव के बीच निर्वाचन आयोग ने 12 राज्यों में 14 विधासनभा सीटों पर उपचुनाव का एलान कर दिया है। इसके साथ ही कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में लोकसभा की एक-एक सीट पर भी 17 अप्रैल को चुनाव होंगे। उत्तराखंड के अल्मोड़ा की सल्ट विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव की तारीख घोषित कर दी है । यह सीट भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन से रिक्त हैं । नामांकन करने की अंतिम तारीख 30 मार्च रखी गई है। 3 अप्रैल नाम वापसी का दिन होगा। परिणाम 2 मई को घोषित किया जाएगा। इसी महीने 23 मार्च को उपचुनाव की अधिसूचना जारी होगी। उल्लेखनीय है कि 2 मई को ही पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के परिणाम भी आएंगे । इस सीट को जीतने के लिए नए मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत के लिए पहली चुनौती होगी । वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी अगले ...
फोन टैपिंग के मामले में अपने ही जाल में फंसी राजस्थान सरकार, भाजपा को एक बार फिर से मिला गहलोत सरकार को घेरने का मौका
DW Editorial, Latest News, News, Politics

फोन टैपिंग के मामले में अपने ही जाल में फंसी राजस्थान सरकार, भाजपा को एक बार फिर से मिला गहलोत सरकार को घेरने का मौका

वर्ष 1968 में आत्माराम निर्देशित और धर्मेंद्र, संजीव कुमार, आशा पारेख अभिनय से सजी एक फिल्म आई थी जिसका नाम था 'शिकार' । ये फिल्म सस्पेंस से भरी हुई थी । फिल्म का एक गाना बहुत ही चर्चित हुआ था जिसके बोल हैं, 'पर्दे में रहने दो पर्दा न उठाओ, पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जाएगा' । इसी गाने की तर्ज पर ही अब वह 'सियासी राज' खुल चुका है । एक बार फिर जब 'राजनीति कलंकित' हुई तब नेताओं की ओर से 'नैतिकता और उसूलों' की दुहाई शुरू हो गई है। बात को आगे बढ़ाते हुए आज चर्चा करेंगे राजस्थान की सियासत की । आइए देखते हैं सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में सब कुछ ठीक-ठाक है या फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष में घमासान मचा हुआ है। अरे ! यहां तो इस बार विपक्ष यानी भाजपा सत्ता पक्ष की 'गर्दन' तक पहुंच गया है । बात को आगे बढ़ाने से पहले बता दें कि इस बार जिस मामले में गहलोत सरकार और भाजपा आमने-सामने हैं वह पिछले वर्ष जु...
Uttarakhand CM Tirath Rawat Equates PM Modi with Ram
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Uttarakhand CM Tirath Rawat Equates PM Modi with Ram

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को इस युग में नरेंद्र मोदी दिखने लगे 'भगवान राम' आज बात करेंगे उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत की । तीरथ को अभी मुख्यमंत्री बने एक सप्ताह भी नहीं हुआ लेकिन उन्होंने अपने लिए सियासत की दुनिया में और मजबूत स्थान बनाने के लिए दिल्ली को ध्यान में रखते हुए 'अभ्यास' शुरू कर दिया है, इन दिनों मुख्यमंत्री खूब प्रसन्न नजर आ रहे हैं । हर रोज आए दिन कई बड़े फैसले भी कर रहे हैं । और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पुराने फैसले भी पलट रहे हैं, इसकी पल-पल की जानकारी वे दिल्ली केंद्रीय नेतृत्व को भी दे रहे हैं । लेकिन आज आपको बताएंगे तीरथ की 'नई सियासी भक्ति' दांंव के बारे में । यह सभी जानते हैं कि मौजूदा भाजपा में पीएम मोदी और गृहमंत्री के बिना पार्टी में कोई फैसला नहीं किया जा सकता है । राज्य से लेकर केंद्र तक पार्टी के नेताओं को ...
ममता को भी बंगाल चुनाव में भाजपा को घेरने के लिए यशवंत सिन्हा की जरूरत थी
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ममता को भी बंगाल चुनाव में भाजपा को घेरने के लिए यशवंत सिन्हा की जरूरत थी

TMC hailed Sinha's decision of joining its ranks जब से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक हादसे में चोट का शिकार हुईं हैं तभी से वह सियासी तौर पर मजबूत होती चली जा रहीं हैं । अभी तक भाजपा तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को अपने पाले में मिलाकर ममता बनर्जी की 'सियासत को कमजोर' करने में लगे हुई है । शुभेंद्र अधिकारी, दिनेश त्रिवेदी से लेकर कई बड़े नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपाई बना डाला । बंगाल के चुनाव में भाजपा इन्हीं तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के सहारे बंगाल के सिंहासन पर 'भगवा' लहराना चाहती है । लेकिन आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और कभी भाजपा के दिग्गज नेता रहे यशवंत सिन्हा टीएमसी में शामिल हो गए । सिन्हा ममता के साथ ऐसे मौके पर आए हैं जब तृणमूल कांग्रेस को 'भाजपा की अंदरूनी कमियों' को जानने की जरूरत थी । यशवंत...
West Bengal Election 2021: Nandigram becomes center of politics | The ‘Political Birthplace’ of Mamata Banerjee’s
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West Bengal Election 2021: Nandigram becomes center of politics | The ‘Political Birthplace’ of Mamata Banerjee’s

नंदीग्राम तय करेगा बंगाल का भविष्य, दीदी आज करेंगी नामांकन, भाजपा की भी प्रतिष्ठा दांव पर आज बात करेंगे पश्चिम बंगाल के विधानसभा सीट नंदीग्राम की । बंगाल चुनाव के लिए सबसे बड़ी लड़ाई इसी सीट पर लड़ी जानी है । इसलिए यह विधानसभा क्षेत्र देश भर में सुर्खियों में है । इस चर्चा को आगे बढ़ाने से पहले आपको 5 वर्ष पीछे लिए चलते हैं । वर्ष 2016 में इसी नंदीग्राम विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने सबसे खास नेता शुभेंद्र अधिकारी को तृणमूल कांग्रेस से टिकट दिया था । उस समय ममता उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने भी गईं थी । जब दीदी ने कभी सोचा नहीं होगा कि अगली बार विधानसभा चुनाव मुझे अपने ही पार्टी के नेता शुभेंद्र अधिकारी के खिलाफ और नंदीग्राम सीट से ही चुनाव लड़ना पड़ेगा । मालूम हो कि अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस में रहते हुए 2016 में नंदीग्राम से ही जीत दर्ज की थी। शुभेंद्र अधिकारी...
International Women’s Day 2021 – ‘Every day is Women’s Day’
DW Editorial, Latest News

International Women’s Day 2021 – ‘Every day is Women’s Day’

हर दिन ख़ास हो महिलाओं के लिए: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस अपने अस्तित्व के लिए समाज में लंबे समय से प्रयासरत महिलाएं आज 21वीं सदी में पुरुष से हर कदम से कदम मिलाकर चलती नजर आती हैं। नारी चाहे एक माँ की भूमिका में हो,या फिर किसी देश या राज्य के नेतृत्व की उसने अपनी काबिलियत से सबको लोहा मनवाया है। आज पूरी दुनिया आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाती है। एक समय जहां भारत में महिलाओं को बोलने तक की आजादी नही थी वहीं आज इक्कीसवीं सदी की स्त्री ने स्वयं की शक्ति को पहचान लिया है और काफी हद तक अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीख लिया है। आज महिलाओं ने साबित कर लिया है वह हर क्षेत्र में अपना नाम बनाने में सक्षम हैं, और इससे कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है। चाहे हम बात करें आकाश की या जमीन की महिलाओं ने हर क्षेत्र में एक बेहतर मुकाम हासिल किया है। आखिर क्यों 8 मार्च को मनाया जाता ह...
दक्षिण में राहुल गांधी के नए सियासी ठिकाने पर भाजपा भी सजाने लगी अपनी चुनावी फील्डिंग
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दक्षिण में राहुल गांधी के नए सियासी ठिकाने पर भाजपा भी सजाने लगी अपनी चुनावी फील्डिंग

कांग्रेस पार्टी को उत्तर भारत ने जब-जब निराश किया तो दक्षिण भारत ने उसकी भरपाई कर दी । दक्षिण के राज्यों में कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी मुख्य रूप से आते हैं । इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी ने अपनी राजनीति पारी की शुरुआत ही दक्षिण भारत से की थी । वर्ष 1978 में इंदिरा गांधी ने कर्नाटक के चिकमगलूर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की । उसके बाद सोनिया गांधी ने कर्नाटक के ही बेल्लारी से 1998 में चुनाव लड़ा और सुषमा स्वराज को हराया । राहुल गांधी को जब उत्तर प्रदेश के अमेठी ने निराश किया तब वो केरल के वायनाड से वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव लड़े और जीते । अब एक बार फिर राहुल गांधी भी दक्षिण को अपना नया सियासी ठिकाना बनाना चाहते हैं । दो महीने से लगातार उनके केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तूफानी दौरे संकेत देने लगे हैं कि अब राहुल गांधी को दक्षिण की सियासत खूब फल-फूल रही...
अच्छा होता पीएम पिछली सरकारों को दोष देने की बजाय पेट्रोल की कीमतें कम करने का रास्ता तलाशते !
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अच्छा होता पीएम पिछली सरकारों को दोष देने की बजाय पेट्रोल की कीमतें कम करने का रास्ता तलाशते !

कई दिनों से देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है । पेट्रोल के दाम कई राज्यों में 100 रुपए लीटर पार कर गए हैं । ऐसे ही डीजल के दामों में वृद्धि होती चली जा रही है‌ । गुरुवार को भी लगातार दसवें दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि जारी रही । राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में पेट्रोल सेंचुरी पार कर गया है। ईंधन के दाम लगातार बढ़ने से आम और खास सभी की जेबों पर बुरा असर पड़ रहा है । ‌देशवासी कई दिनों से केंद्र की मोदी सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठे थे कि सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में कुछ काम करने के उपाय सोचेगी ? लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुराना सियासी हथकंडा देकर अपना पल्ला झाड़ते दिखे । 'पीएम मोदी ने कहा कि मौजूदा समय में जो पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि हो रही है वह पिछली सरकारों की ही देन है' । प्रधानमंत्री कहा कि पिछली सरकारों ने देश के ऊर्जा आ...