पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले में स्थित शांतिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।
बता दें कि शांतिनिकेतन में ही विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने एक सदी पहले विश्वभारती की स्थापना की थी। इस बात की जानकारी यूनेस्को ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स ( जो पहले ट्विटर था) पर एक पोस्ट के ज़रिए दी है। शांतिनिकेतन को इस सूची में शामिल करने का फ़ैसला सऊदी अरब में चल रही विश्व धरोहर समिति के 45वें सत्र के दौरान लिया गया। ये सत्र 10 से 25 सितंबर तक चलने वाला है।
क्या है शांतिनिकेतन
शांति निकेतन की स्थापना वर्ष 1901 में प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार रवींद्रनाथ टैगोर ने की थी। शांतिनिकेतन आवासीय स्कूल और प्राचीन भारतीय परंपराओं पर आधारित एक कला केंद्र है।
वर्ष 1921 में शांतिनिकेतन में एक विश्व विश्वविद्यालय की स्थापना की गई, जिसे बाद में ‘विश्व भारती’ का नाम दिया गया। विश्वभारती बंगाल का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है जिसके कुलपति प्रधानमंत्री हैं।
शांतिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बधाई दी। है। वहीं यूनेस्को ने भी बधाई देते हुए कहा है कि, “यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शांतिनिकेतन शामिल, भारत को बधाई।”