राहुल नवीन को ईडी के नए कार्यवाहक निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया हैं। ईडी के चीफ संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल आज यानी 15 सितंबर को खत्म हो गया है। जिसके बाद आधिकारिक आदेश में शुक्रवार को कहा गया कि आईआरएस अधिकारी राहुल नवीन प्रवर्तन निदेशालय के प्रभारी निदेशक नियुक्त किए गए हैं। संजय कुमार मिश्रा ने लगभग 4 साल 10 महीने तक ईडी निदेशक के रूप में कार्य किया है।
कौन हैं राहुल नवीन?
बता दें कि बिहार के रहने वाले राहुल नवीन 1993 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। राहुल नवीन विशेष निदेशक के अलावा ईडी मुख्यालय के मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में भी कार्यरत हैं। जानकारी के अनुसार, वह नए निदेशक की औपचारिक नियुक्ति होने तक कार्यवाहक निदेशक की जिम्मेदारियां निभाएंगे।
एसके मिश्रा को तीन बार दिया गया सेवा विस्तार
संजय कुमार मिश्रा को 2018 में ईडी निदेशक नियुक्त किया गया था. उनका कार्यकाल नवंबर 2020 में समाप्त होना था। केंद्र की ओर से उन्हें तीन बार सेवा विस्तार दिया गया। इस कदम की विपक्ष ने आलोचना की और इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई।
विस्तार को कोर्ट ने बताया था अवैध
संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल बढ़ाने के लिए सीवीसी अधिनियम में संशोधन भी किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने बीते जुलाई के महीने में संजय कुमार मिश्रा के तीसरे विस्तार को अवैध करार दिया था। जो की 18 नवंबर 2023 तक निर्धारित था।
15 सितंबर तक पद पर बने रहने की दी थी अनुमति
कोर्ट के अनुसार, संजय कुमार मिश्रा को 31 जुलाई तक पद छोड़ना था। लेकिन फिर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से उन्हें 15 अक्टूबर तक पद पर बने रहने की अनुमति देने का आग्रह किया था। जिसपर कोर्ट ने उन्हें 15 सितंबर तक पद पर बने रहने की अनुमति दी थी।

प्रवर्तन निदेशालय ईडी के डायरेक्टर संजय मिश्रा आखिरकार 15 सितंबर शुक्रवार को रिटायर हो गए। मिश्रा इस पद पर करीब 5 साल रहे। उनका कार्यकाल काफी उतार-चढ़ाव भरा भी रहा। उनका कार्यकाल बढ़ाने के लिए सीवीसी अधिनियम में संशोधन भी किया गया था। ईडी के डायरेक्टर के पद पर रहते हुए संजय कुमार मिश्रा विपक्ष के निशाने पर भी रहे। इन्हीं के कार्यकाल में सबसे ज्यादा विपक्षी नेताओं के यहां छापेमारी और पूछताछ की गई। शुक्रवार को मिश्रा का ईडी के डायरेक्टर पद से कार्यकाल खत्म हो गया। अब उनके स्थान पर केंद्र सरकार ने राहुल नवीन को ईडी का प्रभारी डायरेक्टर नियुक्त किया है। राहुल साल 1993 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और बिहार के रहने वाले हैं। राहुल नवीन अपने कुशल व शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। इनके बारे में जांच एजेंसी में कहा जाता है कि वह बहुत कम बोलते हैं लेकिन उनकी कलम बहुत चलती है। कानूनी तरीके से काम करने के साथ ही बहुत सुलझे हुए हैं। राहुल नवीन की गिनती ईडी के तेज-तर्रार अधिकारियों में की जाती है। बता दें कि अभी वह ईडी मुख्यालय के मुख्य सतर्कता अधिकारी और विशेष निदेशक हैं। नए निदेशक की औपचारिक नियुक्ति होने तक वे निदेशक की जिम्मेदारी निभाएंगे। संजय मिश्रा लगभग 4 साल 10 महीने ईडी निदेशक रहे। केंद्र सरकार ने इन्हें तीन बार एक्सटेंशन (सेवा विस्तार) दिया था। बता दें कि संजय मिश्रा को पहली बार 19 नवंबर 2018 को दो साल की अवधि के लिए ईडी निदेशक नियुक्त किया गया था। उन्हें नवंबर, 2020 में पद छोड़ना था, लेकिन इससे पहले मई में वे 60 साल यानी रिटायरमेंट की उम्र तक पहुंच गए थे। नवंबर 2020 में उनका कार्यकाल खत्म होने से पहले केंद्र सरकार ने उनका कार्यकाल 2 साल की जगह बढ़ाकर तीन साल कर दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार नवंबर 2021 में केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) अधिनियम के साथ-साथ दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान (डीएसपीई) अधिनियम में संशोधन के लिए अध्यादेश लाई थी, इसके तहत सीबीआई और ईडी चीफ को 1-1 साल के तीन सेवा विस्तार देने का प्रावधान है। बाद में यह संसद में भी पारित हो गया। इसके बाद नवंबर 2021 में ही संजय मिश्रा को दूसरी बार एक साल के लिए सेवा विस्तार मिला था। इसके बाद नवंबर 2022 में केंद्र सरकार ने तीसरी बार संजय कुमार मिश्रा को एक साल का एक्सटेंशन दिया था। इसके मुताबिक संजय मिश्रा का कार्यकाल 18 नवंबर 2023 को खत्म होना था। लेकिन इससे पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने एक्सटेंशन के आदेश को रद कर दिया। हालांकि केंद्र के अनुरोध पर मिश्रा को 15 सितंबर तक पद पर रहने की अनुमति दी गई थी। ऐसे में सरकार के पास नए अधिकारी को इस एजेंसी के प्रमुख पद पर लाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था।