अफ्रीकी देश मोरक्को में आज सुबह भूकंप ने भीषण तबाही मचा दी है। यहां धरती में हुए कंपन के बाद कई इमारतें ढह गईं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.8 मापी गई। इस हादसे में 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। 200 से अधिक लोग घायल हैं। वहीं कई मलबे में दबे हुए हैं। राहत बचाव कार्य जारी है। भूकंप के झटका इतना शक्तिशाली था कि बड़ी-बड़ी इमारते हिल रही थीं। बिजली और फोन लाइनें 10 मिनट तक बंद रहीं। उन्होंने बताया कि इमारत ढहने से कई लोग मलबे में फंसे हुए है। घायल लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। भूकंप के झटके कैसाब्लांका और एस्सौइरा में भी महसूस किए गए। दूरदराज के इलाकों में जानमाल के नुकसान का अभी पता नहीं चल सका है। भूकंप का केंद्र मोरक्को के मराकेश शहर से करीब 70 किलोमीटर दूर था। भूकंप इतना जोरदातर था कि उसका असर मराकेश से करीब 350 किलोमीटर दूर राजधानी रबात में भी महसूस किया गया। भारतीय समय अनुसार यहां सुबह के 3.41 बजे भूकंप आया। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक यह 120 सालों में उत्तरी अफ्रीका में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है। भूकंप से हुए विनाश को देखते हुए मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। लोगों को मलबे से निकालने के लिए बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मोरक्को के स्टेट टेलीविजन ने बताया कि भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गईं हैं। सोशल मीडिया पर भूकंप से जुड़े कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, पुर्तगाल और अल्जीरिया तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। बता दें कि मोरक्को में आमतौर पर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं क्योंकि यह अफ्रीकी और यूरेशियाई प्लेट के बीच स्थित है। जानकारी के मुताबिक पिछले 120 सालों में आए सभी भूकंपों में इस भूकंप को सबसे अधिक शक्तिशाली बताया जा रहा है। बता दें कि पूर्वोत्तर मोरक्को के में साल 2004 में तेज भूकंप के झटके देखने को मिले थे। इस घटना में करीब 628 लोगों की मौत हो गई थी। तुर्की में 6 फरवरी 2023 की सुबह भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का पहला झटका सुबह 4.17 बजे आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मैग्नीट्यूड थी। भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था। मोरक्को में आए भूकंप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। पीएम मोदी के आधिकारिक एक्स हैंडल पर कहा, मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि से अत्यंत दुख हुआ। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना। भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।
