यह भी पढ़े:
एक दिन पहले बुधवार शाम को दुनिया के तमाम देशों की निगाहें भारत के मून मिशन चंद्रयान-3 के चंद्रमा के उत्तरी ध्रुव पर लैंड करने की ओर लगी हुई थी। उसी दौरान रूस में एक विमान दुर्घटना ने तमाम देशों का ध्यान खींचा। यह खबर और सुर्खियों में आ गई है जब अभी कुछ समय पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन भी इस विमान में सवार थे। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक येवगेनी प्रिगोझिन की भी इस विमान हादसे में मौत हो गई है। यह विमान दुर्घटना मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग के बीच हुई है। लेकिन हैरानी की बात है कि विमान में सवार यात्रियों की लिस्ट में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन का नाम भी शामिल है। मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा एक निजी जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सभी दस लोगों की जान चली गई। सूचीबद्ध लोगों में वैगनर निजी सैन्य कंपनी के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन भी शामिल थे। दुर्घटना के आसपास की परिस्थितियां अभी भी उभर रही हैं, जिससे उड़ान में प्रिगोझिन की उपस्थिति के बारे में अनिश्चितता बनी हुई है। सरकारी समाचार एजेंसी तास ने आपातकालीन अधिकारियों के हवाले से बताया कि विमान में तीन पायलट और सात यात्री सवार थे, यह स्पष्ट नहीं है कि प्रिगोझिन विमान में सवार लोगों में से था या नहीं, हालांकि रूस के नागरिक उड्डयन नियामक रोसावियात्सिया ने कहा कि वह यात्री सूची में था।वैगनर एक प्राइवेट आर्मी है। वैगनर आर्मी रूसी सेना के साथ मिलकर यूक्रेन में युद्ध लड़ रही थी। यह पिछले कई सालों से सैन्य और खुफिया ऑपरेशन्स को लेकर विवादों में भी रहा है। वैगनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन कभी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे खास होते थे। लेकिन बीते कुछ महीनों में प्रिगोझिन ने रूसी सेना और पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी। पुतिन ने प्रिगोझिन के इस कदम को ‘गद्दारी’ और ‘पीठ में छुरा घोंपने’ वाला बताया था। हालांकि, प्रिगोझिन ने दावा किया था कि वो यूक्रेन में युद्ध की कमान संभाल रहे कमांडरों का विरोध कर रहे हैं। ऐसा करके प्रिगोझिन ने खुद को ‘देशभक्त’ के तौर पर पेश करने की कोशिश की थी। वहीं दूसरी ओर वैगनर चीफ की मौत की खबर पर बाइडेन ने कहा- मुझे नहीं पता है कि क्या हुआ है, पर मैं इस खबर से सरप्राइज्ड नहीं हूं। रूस में शायद ही ऐसा कुछ होता है, जिसके पीछे पुतिन का हाथ न हो। हालांकि, मैं इस मामले में इतना नहीं जानता हूं कि कुछ जवाब दे सकता हूं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सहयोगी मिखाइलो पोडल्यक ने कहा- ये इस बात का सबूत है कि जो क्रेमलिन का वफादार नहीं होता, उसका क्या हश्र होता है। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले पुतिन से सिग्नल दिया है कि अगर कोई उनके खिलाफ गया तो उसको मार दिया जाएगा।
यह भी पढ़े: