Thu, September 21, 2023

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पटना में हुई विपक्ष की जुटान: विपक्षी दलों ने कहा- साल 2024 में भाजपा को हराएंगे, महाबैठक में सीएम केजरीवाल ने रख दी अलग डिमांड

Opposition Patna Meet: 14 Parties joins hand to defeat BJP in 2024, will meet in Simla in July
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बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को 15 विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट हुए। पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निवास पर दोपहर करीब 12 बजे से विपक्षी दलों की शुरू हुई बैठक शाम 4 बजे खत्म हुई। इस बैठक को लेकर विपक्षी नेता कई दिनों से उत्साहित थे। इस बैठक को लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बेहद अहम माना जा रहा है।‌ लेकिन आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस महाबैठक के दौरान एकजुट होते हुए नजर नहीं आए। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच महाबैठक के दौरान मनमुटाव भी सामने आए। सीएम केजरीवाल ने इस बैठक में अलग डिमांड रख दी। शुक्रवार सुबह कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी महाबैठक में शामिल होने पहुंचे पटना एयरपोर्ट पर पहुंचते ही कहा- हम सभी विपक्षी दल भाजपा को साल 2024 के लोकसभा चुनाव में हराएंगे। इसके बाद राहुल और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एयरपोर्ट से सीधे कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। यहां राहुल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर ‌भाजपा को हराएंगे। देश में दो विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो विचारधारा है तो दूसरी ओर भाजपा-आरएसएस की भारत तोड़ो। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव और पीएम नरेंद्र मोदी व बीजेपी को सत्ता से हटाने को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, सीट बंटवारे के मुद्दे पर हम त्याग करने को तैयार हैं। देश बचाने के लिए हमें कुछ सीटें छोड़नी होंगी तो वो भी किया जाएगा। विपक्षी दलों की बैठक में न्‍यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा हुई। जिसमें गठबंधन की सीटों के बंटवारे का एक सर्वमान्य फॉर्मूला तय किया जाए। दिल्ली के लिए लाए गए केंद्र सरकार के अध्यादेश पर भी बात हुई। हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी उतारा जाए। भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का एक नाम तय किया जाए। न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम) तय किया जाए। गठबंधन की सीटों के बंटवारे का एक सर्वमान्य फॉर्मूला तय किया जाए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अच्छी मुलाकात हुई। एक साथ चलने की बात हुई है। एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। अगली मीटिंग सब पार्टियों की एक और जल्द की जाएगी। इस मीटिंग में अंतिम रूप दिया जाएगा, कौन कहां से, कैसे लड़ेगा। महाबैठक में नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों से कहा कि लोकतंत्र बचाना है तो साथ आना जरूरी है। वहीं राहुल गांधी ने भी विपक्ष से अपील की। उन्होंने कहा कि साफ दिल से विपक्ष एकजुट हो। यह न हो कि अंदर कुछ, बाहर कुछ कहा जाए। बिहार की राजधानी पटना में आज विपक्षी नेताओं की महाबैठक हुई। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुख अब्दुला, सीपीआई सचिव डी राजा, सीपीएम सचिव सीताराम येचुरी और सीपीआईएमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य सहित कई बड़े राजनीतिक दिग्गज शामिल हुए। विपक्ष की इस बड़ी बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 के रोडमैप पर विस्तार से बातचीत हुई।

महाबैठक में सीएम केजरीवाल नाराज नजर आए, संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही निकल गए-

पटना में आयोजित विपक्षी दलों की महा बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नाराजगी खुलकर सामने आ गई। केजरीवाल बैठक के दौरान अपना अलग राग अलापते रहे। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर बीजेपी के साथ मिले होने का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि केंद्र की ओर से लाए गए अध्यादेश के मामले पर बीजेपी और कांग्रेस में साठगांठ हुई है। आम आदमी पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा कि ‘हमें जानकारी मिली है कि राहुल गांधी और बीजेपी के बीच समझौता हो चुका है कि वो गैरकानूनी अध्यादेश के खिलाफ बीजेपी के साथ खड़े हैं। असंवैधानिक अध्यादेश के जरिए दिल्ली के लोगों और दिल्ली सरकार का अधिकार छीना गया है। कांग्रेस को इतना समय क्यों लग रहा है? कांग्रेस को अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए कि वो संविधान के साथ खड़े हैं या बीजेपी के। केजरीवाल ने सभी दलों से अध्यादेश का विरोध करने की बात कही तो उमर अबदुल्लाह ने केजरीवाल को वो वक्त याद दिलाया जब उन्होंने धारा 370 हटने के समय पर उनका समर्थन नहीं किया था। महाबैठक में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मनमुटाव को दूर करने के लिए एनसीपी चीफ शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने हस्तक्षेप किया। दोनों नेताओं ने कहा- एकसाथ आना होगा और आपसी मतभेद दूर करने होंगे। शरद पवार ने इस दौरान एनसीपी (स्वयं) और उद्धव ठाकरे का संदर्भ दिया। उन्होंने कहा, हम पिछले 25 वर्षों से एक-दूसरे की आलोचना कर रहे थे, लेकिन हमने हर मतभेद को एक तरफ रख दिया और अब हम एक साथ काम कर रहे हैं। वहीं उद्धव ठाकरे ने भी कहा, अब समय आ गया है कि मतभेद भुलाकर एक साथ आएं। महाबैठक में उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने राहुल गांधी से अपील की कि अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस केजरीवाल को समर्थन दे। महाबैठक के बाद विपक्षी दलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान सिंह और आप प्रवक्ता राघव चड्‌ढा निकल गए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी चले गए। पार्टियों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार ने कहा कि एक साथ चलने की बात हुई है। एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। ममता बनर्जी ने कहा- नीतीश कुमार ने बहुत अच्छे तरीके से मीटिंग का आयोजन किया है। पटना से ही जनआंदोलन शुरू होता है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लालू यादव ने कहा कि अब मैं पूरी तरह से फिट हूं और अब मोदी जो को भी पूरी तरह फिट कर देना है। इसके अलावा लालू यादव ने तंज कसते हुए कहा कि मोदी जी तो अमेरिका जाकर चंदन की लकड़ी बांट रहे हैं।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हम सब मिलकर काम करेंगे। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने इस संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि यह लड़ाई देश और संविधान बचाने की है। यह संघीय ढांचे को बचाने की लड़ाई है। महबूबा मुफ्ती ने कहा गांधी के इस देश को गोडसे का मुल्क नहीं बनने देंगे। विपक्षी एकता पर बल देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा तानाशाही करने वालों के विरोध में रहेंगे। उमर अब्दुल्ला ने भी विपक्षी पार्टियों को एकजुट आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा देश को बर्बादी से बचाने के लिए एक साथ आए हैं।

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