Wed, September 27, 2023

DW Samachar logo

बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर 1700 करोड़ की लागत की निर्माणाधीन पुल ढह गया, सीएम नीतीश कुमार ने किया था उद्घाटन, देखें वीडियो

Under construction Aguwani-Sultanganj bridge in Bihar’s Bhagalpur collapses, वीडियो
JOIN OUR WHATSAPP GROUP

बिहार के भागलपुर में सुलतानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहे निर्माणाधीन फोरलेन पुल रविवार दोपहर बाद भरभरा कर गिर गया। गनीमत रही कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। खगड़िया के अगवानी से सुल्तानगंज तक लगभग 3 किलोमीटर से ज्यादा लंबा यह पुल एसपी सिंगला कंपनी द्वारा निर्माण कराया जा रहा है। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले अगवानी पुल के तीन पाए ध्वस्त हो गए हैं। 1711 करोड़ की लागत से इस पुल का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी कर रही है। अगवानी घाट पुल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है।

Under construction Aguwani-Sultanganj bridge in Bihar’s Bhagalpur collapses

स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल का स्ट्रक्चर गिरने के दौरान कई लोगों की जान बाल-बाल बच गई। पुल गिरने की घटना का स्थानीय लोगों ने वीडियो बना लिया। यह दूसरी बार है जब पुल गिरा है। पुल बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी , 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी। वहीं 9 मार्च, 2015 को मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन किया था। खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबे एप्रोच रोड का निर्माण चल रहा है। इसके बनने से उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चौकी के रास्ते झारखंड से भी जुड़ जाता और विक्रमशिला सेतु पर भी वाहनों का दबाव कम होगा। वहीं श्रावणी मेला के दौरान कांवड़ियों को भी खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलोमीटर की दूरी की जगह सिर्फ 30 किमी का सफर करना होता।

जेडीयू के विधायक ललित मंडल ने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम लोग उम्मीद लगा रहे थे कि इस साल नवंबर-दिसंबर में इस पुल का उद्घाटन हो जाएगा, लेकिन इस तरह के हादसे हो रहे हैं ये जांच का विषय है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जबतक इसकी इन्क्वारी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना मुश्किल है। निर्माणाधीन पुल गिरने पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस का एक और नया रूप सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि 2014 में 600-700 करोड़ की लागत वाला पुल करीब 1600 करोड़ की लागत तक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि कमीशनखोरी के चक्कर में उच्च अधिकारियों के जरिए पैसे की वसूली की जा रही है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। बिहार की जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी।

Relates News