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भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा के सांसद बृजभूषण शरण सिंह गिरफ्तार करने के लिए अब पहलवानों के साथ देने के लिए कई किसान नेता खुलकर सामने आ गए हैं। वहीं दूसरी ओर बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून को अयोध्या में होने वाली महारैली रद कर दी है। इसके साथ भाजपा हाईकमान ने बृजभूषण सिंह को बयान बाजी से बचने की भी नसीहत दी है। उससे पहले बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर की गई हैं। पहली एफआईआर बालिग पहलवानों के आरोपों से जुड़ी है और दूसरी नाबालिग रेसलर्स के आरोपों पर आधारित है।

पहलवानों के समर्थन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 25 अंतरराष्ट्रीय मेडल लाने वाली बेटियां आज सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रहीं हैं। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा 15 घिनौने आरोपों वाला सांसद प्रधानमंत्री के ‘सुरक्षा कवच’ में महफूज है। राहुल गांधी ने पहलवानों की इस हालत का जिम्मेदार मोदी सरकार को ठहराया है। उन्होंने कहा, बेटियों के इन हालातों की जिम्मेदार मोदी सरकार है। नई संसद भवन के उद्घाटन के दिन संसद का घेराव करने जा रहे पलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच हाथापाई हुई थी। इसके बाद सभी पहलवानों को जंतर-मंतर से हटा दिया गया था।
वहीं आज हुई महापंचायत के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार को 9 जून तक का समय देते हुए कहा, बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी से कम पर समझौता नहीं होगा। किसी के साथ कोई हादसा होता है तो जिम्मेदारी बृजभूषण सिंह की होगी। हम 9 जून के बाद पहलवानों को वापस जंतर-मंतर पर छोड़ कर आएंगे और देश भर में पंचायत करेंगे।
#WATCH | Haryana: We have taken a decision that Govt must address the grievances of wrestlers and he (Brij Bhushan Sharan Singh) should be arrested otherwise we will go with wrestlers to Jantar Mantar, Delhi on June 9 and will hold panchayats across the nation: Farmer leader… pic.twitter.com/dEnpTr4TmL
— ANI (@ANI) June 2, 2023
दरअसल दोनों महापंचायत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली से खापों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया। राकेश टिकैत ने कहा कि हमने यह फैसला किया है कि हम महिला पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए देश भर में ऐसे ही खाप पंचायत आयोजित करेंगे। शामली में 11 जून और हरिद्वार में 15 से 18 जून तक पंचायत होगी। टिकैत ने कहा कि पहलवानों के मामले में बीच का रास्ता नहीं निकालेंगे और बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर ही अड़े रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि हमारी महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिलता है तो 9 जून से हम आंदोलन अपने हिसाब से चलाएंगे। वहीं दूसरी ओर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक के नेतृत्व में भारत के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह का विरोध कर रहे हैं। बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं और पहलवान उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
25 अंतरराष्ट्रीय मेडल लाने वाली बेटियां – सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रहीं!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 2, 2023
2 FIR में यौन शोषण के 15 घिनौने आरोपों वाला सांसद – प्रधानमंत्री के ‘सुरक्षा कवच’ में महफ़ूज़!
बेटियों के इन हालात की ज़िम्मेदार मोदी सरकार है।
इस बीच प्रदर्शनकारी पहलवानों द्वारा अपने पदक गंगा में बहाने की आशंका से चिंतित 1983 विश्व कप विजेता क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को उनसे आनन फानन में फैसला नहीं लेने का अनुरोध करते हुए उम्मीद जताई कि उनकी शिकायतों का हल निकाला जाएगा। भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों में गिरफ्तार करने की मांग को लेकर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया 30 मई को हरिद्वार गए थे लेकिन पदकों को गंगा में विसर्जित नहीं किया। दिल्ली पुलिस ने 28 मई को प्रदर्शनकारी पहलवानों को कानून और व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में हिरासत में लिया था जब वे अनुमति के बिना नयी संसद की तरफ मार्च कर रहे थे।
1983 Cricket World Cup winning team issues statement on wrestlers' protest – "We are distressed and disturbed at the unseemly visuals of our champion wrestlers being manhandled. We are also most concerned that they are thinking of dumping their hard-earned medals into river… pic.twitter.com/9FxeQOKNGj
— ANI (@ANI) June 2, 2023
1983 विश्व कप विजेता टीम ने जारी बयान में कहा, ‘हम चैम्पियन पहलवानों के साथ बदसलूकी की तस्वीरें देखकर काफी व्यथित हैं। हमें इसकी काफी चिंता है कि वे मेहनत से जीते गए पदकों को गंगा में बहाने की सोच रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘इन पदकों के पीछे वर्षों के प्रयास, बलिदान, समर्पण और मेहनत शामिल है। वे उनका ही नहीं, बल्कि देश का गौरव हैं। हम उनसे अनुरोध करते हैं कि इस मामले में आनन-फानन में फैसला नहीं लें और हम उम्मीद करते हैं कि उनकी शिकायतें सुनी जाएंगी और उनका हल निकाला जाएगा। कानून को अपना काम करने दीजिए। बता दें कि कप्तान कपिल देव के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम ने क्लाइव लॉयड के नेतृत्व वाली वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार वनडे विश्व कप ट्रॉफी जीती थी। सुनील गावस्कर, मोहिंदर अमरनाथ, के श्रीकांत, सैयद किरमानी, यशपाल शर्मा, मदन लाल, बलविंदर सिंह संधू, संदीप पाटिल, कीर्ति आजाद और रोजर बिन्नी जैसे स्टार्स से सजी भारतीय टीम ने 25 जून, 1983 को लॉर्ड्स में खेले गए यादगार फाइनल में हिस्सा लिया था और टीम को जीत दिलाई थी।