Thu, September 21, 2023

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बीजेपी का मिशन 2024, त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सौंपी कमान

BJP steps up for 2024 in battleground: Clusters of LS seats, deployment of leaders from across states
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लोकसभा चुनाव 2024 को मद्देनजर रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी घोड़े खोलने अब शुरू कर दिए हैं। आम चुनाव में लगभग 10 महीने का समय शेष है एक तरफ जहां देश भर की सभी विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आने को एकजुट हो रही है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी अपने छोटे सहयोगी दलों के साथ मिशन 2024 की तैयारियों में जुट गई है। आपको बता दें कि 30 मई से 30 जून तक भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के 9 साल के कार्यकाल पूरा होने पर 1 महीने का महाजनसंपर्क अभियान कर रही है, इस अभियान में लोगों को केंद्र सरकार की 9 साल की उपलब्धियों के बारे में बताया जाएगा। वही समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को इस अभियान में शामिल भी किया जाएगा उनसे राय मशवरा भी ली जाएगी।

त्रिवेंद्र सिंह रावत को मिली बड़ी जिम्मेदारी:

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके और भारतीय जनता पार्टी के नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत को मिशन 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जिम्मेदारी दे दी है त्रिवेंद्र सिंह रावत कुल 5 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश में संभालेंगे जिसमें आजमगढ़ देवरिया बांसगांव बलिया सलेमपुर की जिम्मेदारी संभालेंगे। त्रिवेंद्र सिंह रावत इस महा संपर्क अभियान में पूर्वांचल की इन 5 लोकसभा सीटों के इंचार्ज बनाए गए हैं 1 महीने में त्रिवेंद्र सिंह रावत को पूर्वांचल की 5 लोकसभा सीटों पर जनता से संपर्क साधने और उनको केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाने और भारतीय जनता पार्टी के वोट परसेंटेज को पूर्वांचल में और भी बढ़ाने की जिम्मेदारी अब तय कर दी गई है।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ पूर्वांचल है और योगी के गढ़ में त्रिवेंद्र रावत को यह नई जिम्मेदारी दे दी गई है।

समाज के प्रबुद्ध वर्ग को जोड़े की भाजपा:

भारतीय जनता पार्टी अपने 1 महीने के इस महा संपर्क जन अभियान में समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को भी जोड़ने का काम करेगी जिसमें डॉक्टर इंजीनियर लेखक साहित्यकार आदमी शामिल होंगे भारतीय जनता पार्टी मिशन 2024 के लिए अपनी कमर कस चुकी है और समाज के हर तबके को साधने की तैयारी में लगी हुई है उसे पता है कि समाज का निचला वर्ग जिसे राशन प्रदान किया जाता है वह उसके साथ रहेगा लेकिन इसके अलावा उसे समाज के उन वर्गों का भी सहायता लेना ही चाहिए जो अपनी एक खास पहचान समाज में रखते हैं।

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