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आज राजधानी दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन सम्पन्न हुआ. यह कार्यक्रम सुबह 7:30 बजे विधिवत पूजा पाठ और हवन के साथ शुरू हुआ..और तमिलनाडु से आये पंडितों ने मंत्रोच्चार के बीच सिंगोल को प्रधानमंत्री को सौंपकर लोकसभा स्पीकर के आसन के पास स्थापित किया गया. इस उद्घाटन समाहरोह में विपक्ष ने दूरी बनाए रखी वही एनडीए के घटक दल के सभी बड़े नेता और बीजेपी शाषित राज्यों के मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
आखिरकार तमाम विरोधों के बावजूद नये संसद भवन के उद्धाटन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ
राहुल का मोदी पर कटाक्ष: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नए संसद भवन के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि संसद भवन के उद्घाटन समाहरोह को राज्याभिषेक के जैसे प्रस्तुत किया जा रहा है.
संसद लोगों की आवाज़ है!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 28, 2023
प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं।
ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री खुद का राज्याभिषेक करवा रहे हो. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि संसद लोगो की आवाज है प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे है।
राज्याभिषेक पूरा हुआ – 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़! pic.twitter.com/9hbEoKZeZs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 28, 2023
AICC महासचिव, संगठन के सी वेणुगोपाल ने भी ट्वीट कर कहा, “नये संसद भवन के शिलान्यास समारोह में, तत्कालीन माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद को समारोह से दूर रखा गया था जबकि इसके उद्घाटन के समय, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को किनारे कर दिया गया।”
At the foundation stone laying ceremony of the new Parliament building, then Hon’ble President Sh. Ramnath Kovind was kept away from the ceremony.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) May 28, 2023
At its inauguration, President Droupadi Murmu has been sidelined.
It is the upper caste, anti-backward mindset of the RSS because…
वेणुगोपाल ने कहा, यह RSS की उच्च जाति, पिछड़ी-विरोधी मानसिकता है जिसके कारण उन्हें उस सम्मान से वंचित किया जाता है जो उनके उच्च संवैधानिक कार्यालय का पूर्णत हकदार है। उनका जानबूझकर बहिष्करण करना यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री मोदी उन्हें अपनी चुनावी राजनीति के टोकन के रूप में उपयोग करेंगे, लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक अवसरों का हिस्सा बनने के लिए उन्हें अनुमति तक नहीं देंगे।
पीएम मोदी ने आखिर क्या कहा: नये संसद भवन के उद्घाटन समारोह पर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने सबसे आखिरी में अपना सम्बोधन दिया. अपने दिए इस सम्बोधन में पीएम ने कहा कि यह संसद 140 करोड़ लोगों के सपने का प्रतिविम्वब है यह संसद भवन लोकतंत्र का मंदिर है, नया भारत आज नया लक्ष्य तय कर रहा है आगे बढ़ रहा है। संसद भवन में सेंगोल के स्थापना पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सेंगोल कर्तव्यपथ और राष्ट्रपथ का प्रतीक है. संसद में सेंगोल की स्थापना एक ऐतिहासिक क्षण है