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कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पूरे जोश में है। सोमवार को कर्नाटक विधानसभा का अलग नजारा दिखाई दिया। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा का शुद्धिकरण किया। पार्टी नेताओं ने विधानसभा भवन में गंगाजल और गोमूत्र छिड़का और हवन-पूजन के बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया। कांग्रेस का कहना था कि भाजपा ने विधानसभा को अपने भ्रष्टाचार से दूषित कर दिया था। नई विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र की शुरुआत से पहले की जाने वाली रस्मों के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता गोमूत्र छिड़क रहे थे। 20 मई को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले डीके शिवकुमार ने इस साल जनवरी में कहा था कि विधान सौध (विधानसभा) को गोमूत्र से ‘शुद्ध’ करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा था कि हम इसका गंजला (गोमूत्र) से शुद्धिकरण करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया था कि विधानसभा बीजेपी के शासन के दौरान भ्रष्टाचार से प्रदूषित हुई थी।5 मई को चुनाव से कुछ दिन पहले, कर्नाटक कांग्रेस एक ‘करप्शन रेट कार्ड’ लेकर आई, जिसमें तत्कालीन सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार की तरफ से किए गए विभिन्न ‘घोटालों’ की ओर इशारा किया गया था। ये कार्ड अंग्रेजी और कर्नाटक दोनों में जारी किया गया था और तत्कालीन विपक्षी दल ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार ने राज्य में सत्ता में रहते हुए 1,50,000 करोड़ रुपये लूटे थे। बता दें कि कर्नाटक में सिद्धारमैया कैबिनेट में शपथ लेने वाले सभी 9 मंत्रियों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 19 केस डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार पर और 13 केस मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर दर्ज हैं। इतना ही नहीं, ये सभी मंत्री करोड़पति भी हैं। यह जानकारी कर्नाटक इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स रिपोर्ट में दी गई है।