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कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के कांतिरावा स्टेडियम शपथ ग्रहण समारोह के लिए सजधज के तैयार है। आपसे कुछ देर बाद ही राज्य में कांग्रेस की गवर्नमेंट अपने अस्तित्व में आ जाएगी। आज दोपहर 12:30 बजे सिद्धारमैया मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत सिद्धारमैया को शपथ दिलाएंगे। वहीं डीके शिवकुमार उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके अलावा कई विधायकों को भी कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलवाई जाएगी। कांग्रेस के शपथ ग्रहण समारोह में भी विपक्ष दो भागों में बंट गया है। इसकी वजह यह है कि कांग्रेस ने शपथ ग्रहण समारोह में कई राज्य के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित नहीं किया है। सिद्धारमैया अैर डीके शिवकुमार के शपथ ग्रहण समारोह में सोनिया गांधी नहीं शामिल होंगी। हालांकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शपथ ग्रहण में मौजूद रहेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई मुख्यमंत्रियों और नेताओं को निमंत्रण दिया है। खड़गे ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, एनसीपी चीफ शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसी चीफ फारूक अब्दुल्ला को न्योता भेजा है। इसके अलावा झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया है। इसके अलावा सीपीआई महासचिव डी राजा, सीपीआई-एम के महासचिव सीताराम येचुरी को सपा चीफ अखिलेश यादव को भी बुलाया गया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी आमंत्रित किया गया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। कर्नाटक में आज नई सरकार के शपथ ग्रहण में कमल हासन भी शामिल होंगे।

वहीं कांग्रेस ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तेलंगाना के सीएम केसीआर, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी, ओडिशा के मुख्यमंत्री के अलावा बसपा चीफ मायावती और बीजद चीफ नवीन पटनायक को नहीं बुलाया है। सीपीएम पोलित ब्यूरो नेता प्रकाश करात ने शपथ ग्रहण समारोह में कई मुख्यमंत्रियों को ना बुलाने पर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी ऐसा रुख नहीं अपना रही है, जिससे विभिन्न राज्यों की पार्टियों को एकजुट किया जा सके। उन्होंने केरल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री को आमंत्रित नहीं किया है क्योंकि कांग्रेस इन्हें अपना दुश्मन मानकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। तेलंगाना में दिसंबर में चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी उनकी मुख्य दुश्मन है लेकिन कांग्रेस बीआरएस के खिलाफ लड़ने और उन्हें हराने के लिए तैयार है। वे भाजपा की बात नहीं कर रहे हैं। उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि बीजेपी से लड़ने वाली वे अकेली ताकत नहीं है। कर्नाटक में आज सिद्धारमैया सीएम और डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. इसके अलावा 8 विधायकों को भी कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई जाएगी। जानकारी के मुताबिक इनमें डॉ. जी परमेश्वर, केजे जॉर्ज, के एच मुनियप्पा, सतीश जरकीहोली, जमीर अहमद, देशपांडे की जगह रामलिंगा रेड्डी, मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे और एम बी पाटिल के नाम शामिल हैं। सिद्धारमैया ने दल के नेता के तौर पर इनके नामों की लिस्ट राज्यपाल को भी भेज दी है। बता दें कि 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए थे। कांग्रेस ने 135 सीटों, बीजेपी ने 66 सीटों और जेडीएस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस में सीएम पद की दावेदारी को लेकर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच कई दिन तक गतिरोध जारी रहा था। हालांकि कई दिनों तक चली बैठक और आलाकमान की समझाइश के बाद दोनों नेताओं में सहमति बन सकी।