Wed, September 27, 2023

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जी बी पंत अस्पताल में कार्य कर रही एक महिला के साथ अस्पताल परिसर में ही हुआ गैंगरेप लेकिन सरकार अभी तक चुप क्यों?

Rape Victim
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दिल्ली के केजरीवाल सरकार द्वारा संचालित जी बी पंत अस्पताल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दलित महिला जो एक प्राइवेट आया के रुप में पिछले 15 सालों से जी बी पंत अस्पताल में काम कर रही थी उसके साथ 1 मई को अस्पताल के परिसर में ही गैंगरेप किया गया और 7 मई को उस महिला की मौत हो गई। पिछले ही साल 40 वर्षीय महिला के पति की कोरोना वायरस की वजह से मृत्यु हो गई थी। दो बच्चों के लिए अस्पताल में काम कर रही महिला की मौत के बाद अभी तक इस पर आप सरकार या फिर महिला आयोग की ओर से कोई बयान नहीं आना वाकई सवालों के घेरे में खड़ा करता है।

आज भारतीय जनता पार्टी ने इस पूरे मामले पर बकायदा एक संवाददाता सम्मेलन कर सवाल पूछा है और कहा कि आखिर क्यों आज 9 दिन के बाद भी स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और महिला आयोग प्रमुख सुश्री स्वाति मालिवाल इस पूरे मामले पर चुप हैं। पिछले दो सालों से जी बी पंत अस्पताल परिसर में लचर सिक्योरिटी व्यवस्था के चलते छेड़छाड़-चोरी की वारदात बढ़ी हैं और इसके लिए नर्सिंग फेडरेशन ने अस्पताल प्रशासक डॉ अनिल अग्रवाल से लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक को सिक्योरिटी को लेकर कई पत्र लिखे पर कोई सुनवाई नहीं हुई। आज परिणाम है कि अस्पताल के लचर सिक्योरिटी का लाभ उठाकर अस्पताल के परिसर में एक महिला के साथ गैंग रेप की घटना सामने आई हैं।

भाजपा ने सवाल किया है कि आखिर कहां गए केजरीवाल के वे सभी सीसीटीवी कैमरे और कहा गई वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य व्यवस्था जब अस्पताल परिसर में ही इस तरह के कांड हो रहे हैं। केजरीवाल सरकार गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए अपने दलित विरोधी चेहरे का उजागर किया है। संतोषी कोहली हों या फिर पंजाब में महिला पत्रकार पर दलित एक्ट लगा दी लेकिन अपनी दिल्ली में जब एक दलित महिला के साथ गैंगरेप जैसी शर्मनाक घटना होती है तो उस पर अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं।

सवाल दिल्ली की महिला आयोग अध्यक्षा स्वाति मालीवाल से भी पूछा जा रहा है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा सुश्री स्वाति मालिवाल अपनी एक उदार छवि महिलाओं के प्रति दिखाती हैं, वह भी इस घटना के 9 दिन बितने के बाद भी अभी तक अपनी चुप्पी नहीं तोड़ पाई हैं। भाजपा का आरोप है कि स्वाति मालिवाल सिर्फ मीडिया फूटेज और आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता की तरह काम करती है क्योंकि आज महिला आयोग का पूरा दफ्तर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से ही भरा रहता है। महिलाओं के मुद्दे पर अगर स्वाति मालिवाल को बोलने से डर लगता है तो वे तुरंत अपने पद से इस्तीफा दें नहीं तो दिल्ली महिला मोर्चा मुख्यमंत्री आवास और स्वाति मालीवाल के घर के सामने धरना प्रदर्शन करेगी।

इतना ही नहीं भाजपा अब इस पूरे मामले को दलित और मुस्लिम का रुप देने की कोशिश में लगी हुई है और साथ ही उसने मांग की है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की मदद दें केजरीवाल सरकार नहीं तो भाजपा इसके खिलाफ करेगी पूरजोर विरोध प्रदर्शन ।

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