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राजस्थान में सोमवार सुबह एक बड़ा हवाई हादसा हुआ, जहां हनुमानगढ़ जिले में भारतीय वायुसेना का मिग-21 विमान क्रैश हो गया। उसमें सवार पायलट ने सुरक्षित इजेक्ट कर लिया था, लेकिन विमान के मलबे की चपेट में आने से तीन महिलाओं की मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि इस दुर्घटना में हनुमानगढ़ जिले के बहलोल नगर गांव की एक महिला और एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई और एक महिला गंभीर रूप से घायल है। पुरुष का नाम रतनलाल राव बताया जा रहा है और हादसे का शिकार हुई महिला इनकी पत्नी बशोकौर थी।

बता दें कि, पायलट और सह पायलट समय रहते पैराशूट की मदद से विमान से कूद गए थे, जिसके कारण दोनों की जान बच सकी। हेलीकॉप्टर एक मकान पर गिरा है। इसके कारण एक महिला और एक पुरुष की मौत हो गई। हालांकि, एयरफोर्स की तरफ से पुष्टि नहीं की गई है। विमान दुर्घटना के बाद सभी लोग तत्काल दुर्घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े। वहीं कुछ लोग जिस घर पर विमान गिरा उसमें लगी आग को बुझाने में लग गए। इस बात की जानकारी मिलते ही प्रशासन भी दमकल, एंबुलेंस और पुलिस अधिकारी के साथ मौके पर पहुंच गए। मिग-21 क्रैश होने की आज की घटना ने एक बार फिर सोवियत मूल के मिग-21 विमानों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारतीय वायुसेना के बेड़े में मिग-21 विमान 1960 के दशक की शुरुआत में शामिल हुए थे और 2022 तक मिग-21 विमान से करीब 200 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
#WATCH भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान आज सुबह राजस्थान के हनुमानगढ़ के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने सूरतगढ़ से उड़ान भरी थी। पायलट सुरक्षित है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है: IAF स्रोत pic.twitter.com/TAy5XD4j7A
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 8, 2023
मिग-21 लंबे समय तक भारतीय वायुसेना का मुख्य आधार हुआ करता था। हालांकि, विमान का सुरक्षा रिकॉर्ड बहुत खराब है। विमान दुर्घटनाओं में कई की जान भी गई है। पिछले साल मार्च में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में बताया था कि पिछले पांच वर्षों में तीन सेवाओं के विमान और हेलिकॉप्टरों की दुर्घटनाओं में 42 रक्षा कर्मियों की मौत हुई है। पिछले पांच सालों में कुल 45 हवाई दुर्घटनाएं हुईं, इनमें से 29 में भारतीय वायुसेना के प्लेटफॉर्म शामिल थे। बता दें कि 28 जुलाई 2022 में राजस्थान के ही बाड़मेर में MiG-21 बायसन (ट्रेनर एयरक्राफ्ट) क्रैश हो गया था। इसमें आग लग गई थी और मलबा करीब आधा किलोमीटर के दायरे में बिखरा गया था। हादसे में विमान में सवार दोनों पायलट शहीद हो गए थे। विमान जहां गिरा वहां 15 फीट के दायरे में बड़ा गड्ढा हो गया था।