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अगले महीने 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी के बाद प्रियंका गांधी आज पहली बार चुनाव प्रचार करने पहुंचीं। कांग्रेस के महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को मैसूरु से पार्टी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत की। चुनावी रैली के साथ प्रियंका ने रोड शो भी किया। प्रियंका ने भाजपा नेताओं पर जोर का प्रहार करते हुए वोटरों से कहा उनके शब्दों से प्रभावित ना हों, बल्कि वोट मांगने वाले नेताओं के विवेक को देखें, उसके आधार पर वोट दें।प्रियंका ने राहुल गांधी की तरह ही कर्नाटक की भाजपा सरकार को 40% कमीशन वाली सरकार बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने आपको बेशर्मी और बेरहमी से लूटा है। प्रधानमंत्री को भी कई लोगों ने यहां के सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर चिट्ठी लिखी, लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आए और उन्होंने कहा विपक्ष के नेता उनकी कब्र खोदना चाहते हैं ये कैसी बात है? उन्होंने कहा देश का हर नागरिक चाहेगा कि प्रधानमंत्री का स्वास्थ्य अच्छा रहे। प्रियंका ने कहा कर्नाटक के लोगों को किसी नेता के कहने पर नहीं बल्कि अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट देना चाहिए।

अमूल-नंदिनी विवाद पर बोलते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा नंदिनी मिल्क पहले 90 लाख लीटर दूध और दुग्ध उत्पादों का उत्पादन करती थी, लेकिन आज केवल 70 लाख लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ने जानबूझकर दूध का उत्पादन कम किया ताकि अमूल दूध को कर्नाटक लाया जा सके। कांग्रेस लिंगायत समुदाय को भी लुभाने में जुटी है। राहुल गांधी के दौरे में भी कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय को रिझाने की पूरी कोशिश की थी और राहुल लिंगायत समुदाय के सबसे बड़े गुरु बासवन्ना के समाधि स्थल भी गए थे। कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा राष्ट्रीय नेताओं को कर्नाटक के चुनाव मैदान में उतारने की योजना बना रही है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 30-30 विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे। कर्नाटक में 10 मई को एक चरण में मतदान होना है और 13 मई को नतीजों की घोषणा होगी। बता दें कि कर्नाटक चुनाव में नामांकन वापस लेने का सोमवार को आखिरी दिन था। चुनाव अधिकारियों ने बताया है कि 517 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है, जिसके बाद अब चुनाव की रेस में कुल 2,613 उम्मीदवार बचे हैं। साथ ही राज्य में अब चुनाव प्रचार भी तेज हो गया है और कांग्रेस और भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतार दिया है।