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हरियाणा की महिला आयोग अध्यक्षा हैं रेनू भाटिया। भाटिया ने OYO रुम्स को लेकर एक बयान दिया है जिसके बाद खूब बवाल शुरु हुआ है। रेनू भाटिया ने कहा है कि लड़कियां OYO रुम्स में हनुमान जी की आरती करने नहीं जाती हैं। उन्हें इस बात को समझना होगा कि ऐसी जगहों पर जाने के बाद लड़कियों के साथ गलत भी हो सकता है। रेनू भाटिया कैथल के एक कॉलेज में कानूनी और साइबर के जागरुकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची थी और उसके अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं।
रेनू भाटिया के शब्दों पर खूब बवाल हो रहा है और सवाल यह भी है कि आखिर रेनू भाटिया किसी के निजि जिंदगी पर सवाल किया है। रेनू भाटिया सवाल के जवाब और जागरुकता के तौर पर कह रही थी कि हमें अक्सर ऐसा सुनने को मिलता है कि उससे मेरी दोस्ती हो गई, वह मेरे साथ OYO में गया वहां हमने दारु पिया और फिर उसने मेरी वीडियो बनाई और अब वह मुझे ब्लैकमेल कर रहा है। तो लड़कियों को भी पता है कि हम ऐसे स्थान पर जा रहे हैं तो हमें समझना होगा कि वहां हमारे साथ बुरा भी हो सकता है, यह हमे सोचना भी चाहिए। बयान के बाद धर्म से भी लोग जोड़कर इसे देख रहे हैं।
रेनू भाटिया ने कार्यक्रम के बाद अपने दिए बयान पर सफाई भी दी है और कहा है कि मेरे कहने का अभिप्राय किसी के दिल को आघात पहुंचाना नहीं था बल्कि हमारे पास सबसे ज्यादा केसेज यूथ के आ रहे हैं और इसलिए हमने तय किया है कि हम कॉलेज और स्कूलों में जाकर बच्चों को पहले ही इन सब विषयों से अवगत कराएंगे। कोई भी चिज दबे शब्दों में कहते हैं तो शायद उसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता इसलिए उन्हें खुलकर कहने से इसका प्रभाव ज्यादा हो सकता है। ऐसा OYO की जिक्र इसलिए किया गया क्योंकि हमारे साथ हमेशा ऐसे ही केस सामने आता हैं।
उन्होंने कहा कि गलती हर किसी से होती है और उस चिज को पहले ही बता देना ही सबसे सुरक्षा होता है लेकिन उसको दबा कर रखना और फिर उसके चक्कर में ब्लैकमेल होते रहता किसी भी बुद्धिमान लड़कियों की निशानी नहीं है क्योंकि जिसे ब्लैकमेल करना होगा वह हमेशा उस वीडियों या फोटो को लेकर ब्लैकमेल करता रहेगा इसलिए बताने से इंसान समय रहते सुरक्षा का उपाय कर लेता है और यही कारण है कि हमने खुले शब्दों मे इस तरह के उदाहरण देकर समझाने की कोशिश की है ताकि लड़कियों को जल्द ही समझ आ सके।