Tue, October 3, 2023

DW Samachar logo

नवी मुंबई में हीट स्ट्रोक से 11 लोगों की मौत, कार्यक्रम में अमित शाह, सीएम, डिप्टी सीएम समेत तमाम बड़ी हस्ती मौजूद थी

Maharashtra Bhushan festival death toll rises to 11

Maharashtra Bhushan festival death toll rises to 11
JOIN OUR WHATSAPP GROUP

महाराष्ट्र के नवी मुंबई में भीषण गर्मी और हीट स्ट्रोक की वजह से 11 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ कई लोग बीमार हैं जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना लोगों को एक संदेश भी देती है कि गर्मी धीरे-धीरे अपने पूरे शबाब पर आती जा रही है। ऐसे में लोगों को बाहर निकलते समय बहुत ही सावधानी बरतनी होगी। गर्मी के माहौल में दोपहर में निकलने से बचे । रविवार को महाराष्ट्र के खारघर क्षेत्र में लाखों की संख्या में कार्यक्रम में शामिल हुए। खुले मैदान में आयोजित किए गए ‘महाराष्ट्र भूषण’ पुरस्कार समारोह के दौरान तेज धूप की चपेट में आने के बाद 11 लोगों मौत हो गई। कार्यक्रम में लाखों लोगों ने भाग लिया था। मुख्यमंत्री कार्यालय एक विज्ञप्ति में कहा, तेज धूप की चपेट में आने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि नवी मुंबई और पनवेल शहर के अस्पतालों में कुछ मरीज ‘वेंटिलेटर’ पर हैं और उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। मरने वालों में 8 महिलाएं हैं, इनमें ज्यादातर बुजुर्ग हैं। नवी मुंबई के खारघर के एक बड़े मैदान में सुबह 11.30 बजे से 1 बजे तक यह कार्यक्रम चला। इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 डिग्री था। इस इवेंट में गृहमंत्री अमित शाह ने समाजसेवी दत्तात्रेय नारायण को अवॉर्ड दिया। इवेंट में उनके लाखों प्रशंसक शामिल हुए थे। सभी लोग कार्यक्रम देख और सुन सकें, इसके लिए मैदान में ऑडियो और वीडियो फैसिलिटी का पूरा प्रबंध किया गया था, लेकिन लोगों के बैठने के लिए जो व्यवस्था की गई थी, उसके ऊपर कोई शेड नहीं लगाया गया था। इवेंट में धूप और गर्मी से कई लोगों की तबीयत खराब हो गई।कार्यक्रम में लाखों लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम को सुबह 10.30 बजे खत्म होना था, लेकिन दोपहर एक बजे तक चला। उसके बाद भीड़ में लोगों को निकालने में समय लगा। डिहाइड्रेशन की वजह से कई लोगों को चक्कर आने लगे और तबीयत बिगड़ गई।इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य के संस्कृति मंत्री सुधीर मुंगंटीवार और डॉ. धर्माधिकारी के परिजन भी मौजूद रहे। समारोह में 20 लाख से अधिक लोगों के लिए इंतजाम किया गया था। हालांकि अब सामने आया है कि उपस्थित लोगों के बैठने की व्यवस्था खुले में की गई थी और कोई शेड नहीं था।
अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों ने कार्यक्रम के दौरान तेज धूप से समस्याओं के बारे में बताया तुरंत उन्हें कार्यक्रम स्थल पर स्थापित 30 मेडिकल बूथों के लिए रेफर किया गया। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर लोगों के इलाज के लिए गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) की सुविधा वाले मेडिकल बूथों पर कुल 30 डॉक्टरों को तैनात किया गया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लू के चलते अस्पताल में भर्ती हुए लोगों से मिलने गए। अस्पताल से बाहर निकलने पर उन्होंने मीडिया को बताया कि इवेंट में 7-8 लोगों की जान गई है, जबकि 50 लोगों को लू लगने पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। इनमें से 24 लोगों का इलाज जारी है, बाकी लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया। बता दें कि राज्य में 1995 में शिवसेना-भाजपा गठबंधन के सत्ता में आने के बाद महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार की स्थापना की गई थी। शुरुआत में यह पुरस्कार साहित्य, खेल और विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को दिया जाता था, लेकिन बाद में इसे सामाजिक कार्य, पत्रकारिता, लोक प्रशासन और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी प्रदान किया जाने लगा।

Relates News