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गुरुवार को संसद का बजट सत्र की कार्यवाही अनिश्चित कालीन के लिए स्थगित कर दी गई। बजट सत्र की शुरुआत विपक्ष के हंगामे से हुई और आखिर दिन भी कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों ने अडानी समेत कई मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरते हुए नजर आए। बजट सत्र के अंतिम दिन, विपक्ष ने सरकार को अडानी मामले में घेरा। संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने पर विपक्ष जोर देता रहा। जैसे ही विपक्षी सदस्यों ने तख्तियां लहराकर नारे लगाए, लोकसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
अडानी महाघोटाले पर सवाल से मोदी सरकार डरी हुई है और इस घोटाले की जांच के लिए JPC बनाना नहीं चाहती है।
— Congress (@INCIndia) April 6, 2023
आज इसी मांग को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge के साथ विपक्ष के सांसद संसद से विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाल रहे हैं। pic.twitter.com/fpI1xJnfUD
कांग्रेस ने गुरुवार को संसद से विजय चौक तक ‘तिरंगा मार्च’ निकाला। डीएमके, समाजवादी पार्टी, राजद, राकांपा और वामपंथी जैसे समान विचारधारा वाले दलों ने मार्च में हिस्सा लिया।
लोकतंत्र की हत्या बंद करो… pic.twitter.com/dnUOZ2civU
— Congress (@INCIndia) April 6, 2023
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि 17वीं लोकसभा के 11वें सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को हुई। सत्र राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण के बाद शुरू हुआ। इस पर 13 घंटे 44 मिनट तक चर्चा चली। प्रधानमंत्री ने इसका जवाब दिया। सभा ने सर्वसम्मति से अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित किया। उन्होंने बताया कि इस सत्र के दौरान सदन में लगभग 45 घंटे 55 मिनट तक कामकाज हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि वित्त मंत्री ने एक फरवरी को वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया। सदन में इस पर 14 घंटे और 45 मिनट तक चर्चा हुई और वित्त मंत्री (निर्मला सीतारमण) ने इसका जवाब दिया। उन्होंने बताया कि सदन ने अनुदान की मांगों और संबंधित विनियोग विधेयक को मंजूरी दी। सत्र के दौरान 8 विधेयक पुन: स्थापित किए गए और पांच विधेयक पारित हुए। सत्र के दौरान 29 तारंकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए और 133 लोक महत्व के विषय उठाए गए। स्थायी समितियों के 62 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये गए।