Thu, September 21, 2023

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Chaitra Navratri 2023: मां दुर्गा की हर रूप देती है नई सीख, जाने हर अवतारों के क्या हैं महत्व

मां दुर्गा हिंदू धर्म की सबसे प्रमुख देवी मानी जाती हैं। माँ दुर्गा को शक्ति, संयम और सफलता की देवी माना जाता है। मां दुर्गा के 9 अवतार हैं, जो महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी सीख देती हैं।

This Navratri will be a Grand Conjunction after 110 Years, Navratri to last for full 9 days
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प्रथम: शैलपुत्री

शैलपुत्री मां दुर्गा का पहला अवतार होता है। शैलपुत्री माँ दुर्गा का सबसे संगीतमय अवतार होता है। यह अपने नाम के अनुसार शैल यानी पर्वत के उत्पन्न होती हैं। इस अवतार से हमें यह सीख मिलती है कि सफलता के लिए जब तक हम संघर्ष नहीं करते हैं तब तक हमारे सपने पूरे नहीं हो सकते।

द्वितीय: ब्रह्मचारिणी

देवी ब्रह्मचारिणी मां दुर्गा का वह महत्वपूर्ण रूप है, जो महिलाओं को शक्ति, समर्पण और संयम का संदेश देती है। इस रूप में मां दुर्गा का दूसरा नाम ब्रह्मचारिणी है, जो संयमित जीवन जीने का प्रतीक है। वह अपने शुद्ध चरित्र और त्याग के लिए जानी जाती हैं। महिलाओं को इस रूप के माध्यम से सीख मिलती है कि वे अपने अंदर की शक्ति का सही उपयोग करके अपने जीवन को समृद्ध और शांतिपूर्ण बना सकती हैं। इसलिए, देवी ब्रह्मचारिणी महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सीख है, जो उन्हें सफलता की ओर ले जाती है।

Goddess Durga's every form teaches a new lesson, know the significance of each incarnation.

तृतीय: चंद्रघंटा

मां दुर्गा का तीसरा प्रतिरूप देवी चंद्रघंटा हैं। मां चंद्रघंटा का नाम उनके चंद्राकार मुख्यमंत्र से प्राप्त हुआ था। वह एक विशेष प्रकार की मुद्रा बनाती है, जो उसे स्थिरता और निर्भयता का प्रतीक बनाती है। चंद्रघंटा अपने वीरता और साहस के लिए जानी जाती है जो उन्हें सफलता के रास्ते में मदद करता है। इस रूप में मां दुर्गा के माध्यम से, महिलाओं को उनके जीवन में उत्साह, साहस और समर्पण का संदेश मिलता है। चंद्रघंटा महिलाओं को शक्ति, स्थिरता और निर्भयता से जीने की सीख देती है और उन्हें अपने लक्ष्यों की दिशा में अग्रसर रहने के लिए प्रेरित करती है।

चतुर्थ: कुष्मांडा

देवी कुष्मांडा मां दुर्गा के एक और रूप हैं जो एक बड़ा संदेश देती हैं। उनका नाम कुष्मांडा उनके बड़े मुख्यमंत्र से प्राप्त हुआ है जो कि लोगों को विश्राम और सुख के लिए प्रेरित करता है। देवी कुष्मांडा का रूप एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि महिलाओं को भी विश्राम और सुख की जरूरत होती है। वे एक सफल जीवन जीने के लिए विश्राम और ताकत की जरूरत होती है। देवी कुष्मांडा के रूप से मां दुर्गा महिलाओं को अपने जीवन में स्वस्थ रहने, अपने आप को खुश और संतुष्ट रखने के लिए संदेश देती हैं।

पंचम: स्कंदमाता

देवी स्कंदमाता मां दुर्गा के पांचवें रूप को दर्शाती हैं। देवी स्कंदमाता शक्ति की एक उत्तम उदाहरण हैं। उनका वर्णन उनके बालक स्वरूप में स्वयं को प्रकट करती हैं, जिससे हमें यह संदेश मिलता है कि हम सभी माता की संतान हैं और हमें स्वयं को इस दुनिया में आगे बढ़ाने के लिए अपनी मां शक्ति का उपयोग करना चाहिए। देवी स्कंदमाता के द्वारा हमें यह भी सीख मिलती है कि हमें सभी के साथ समझदारी से रहना चाहिए, क्योंकि हम सभी एक ही परिवार के अंग हैं।

छष्ठी: कात्यायनी

देवी कात्यायनी मां दुर्गा के एक और महान रूप हैं, जो महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देती हैं। माँ दुर्गा अपने इस रूप में महिलाओं को शक्ति और साहस का संदेश देती है। देवी कात्यायनी का उल्लेख वेदों में होता है और उन्हें माता पार्वती का एक रूप माना जाता है। उनका वाहन शेर होता है जो शक्ति और साहस की एक संदेश देता है। देवी कात्यायनी को नवरात्रि के पांचवें दिन पूजा जाता है और इस दिन माता के भक्त उन्हें भक्ति और समर्पण से पूजते हैं। देवी कात्यायनी के रूप को देखते हुए हमें यह संदेश मिलता है कि महिलाएं शक्ति और साहस के धन से सम्पन्न होने के साथ-साथ दुःखों और संघर्षों से लड़ने की क्षमता भी रखती हैं। इसलिए हमें हमेशा महिलाओं का सम्मान करना चाहिए और उन्हें समर्थन देना चाहिए।

सप्तम: कालरात्रि

देवी कालरात्रि मां दुर्गा के एक और रूप होता है जो भयंकर और उग्र होता है। वे शक्ति के संसार में आवेश को दर्शाती हैं जो हमारी रचना का एक अंश है। हमें जिंदगी में अनेक संघर्ष और बाधाओं से लड़ना पड़ सकता है। इसलिए हमें हमेशा अपने जीवन में शक्ति और उत्साह के साथ आगे बढ़ना चाहिए। देवी कालरात्रि मां का चित्रण भारतीय संस्कृति में भयंकर शक्ति का प्रतीक है जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। इसलिए दुर्गा पूजा का उत्सव एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हमें शक्ति और संगठन के साथ जीवन के सभी कठिनाईयों से निपटने की कला सिखाता है।

अष्टम: महागौरी

देवी महागौरी माँ दुर्गा का आठवां रूप है जो महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आती है। वह शक्ति का प्रतीक है जो महिलाओं को उनकी सफलता की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। माँ महागौरी का यह रूप महिलाओं को अपनी शक्ति जानने और उसके लिए निरंतर प्रयास करने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्हें अपनी शक्ति का संचार करता है।

नवम्: सिद्धिदात्री

देवी सिद्धिदात्री मां दुर्गा का एक और महान रूप है जो महिलाओं को सिद्धि और सफलता के संदेश देती हैं। देवी सिद्धिदात्री का उल्लेख नवरात्रि के आठवें दिन की पूजा में होता है और उन्हें माता पार्वती का एक रूप माना जाता है।

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