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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर अपने विदेश दौरे के दौरान भारत के लोकतंत्र को खतरे में बताया और केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। बता दें कि इन दिनों राहुल गांधी ब्रिटेन के दौरे पर हैं। राहुल के 7 दिन के ब्रिटेन दौरे की शुरुआत मंगलवार से हुई। उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बिजनेस स्कूल के छात्रों को संबोधित किया था। राहुल ने कहा कि हम एक ऐसी दुनिया को बनते हुए नहीं देख सकते, जो लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हुई न हो। इसलिए, इस बारे में हमें नई सोच की जरूरत है। सुनने की कला बहुत पावरफुल होती है। राहुल गांधी ने अपने भाषण में भारत में लोकतंत्र की स्थिति को लेकर चिंता जताते हुए आरोप लगाया कि उनके फोन की पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए जासूसी की जा रही थी और खुफिया अधिकारी ने खुद इसकी जानकारी मुझे दी थी। खुफिया अधिकारियों ने मुझे बताया कि आपका फोन रिकॉर्ड हो रहा है। मेरे ऊपर आपराधिक मामले दर्ज कराए गए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि भारत की सभी संस्थानें सरकार के कब्जे में हैं। मीडिया और न्यायालयों पर भी सरकार का नियंत्रण है। कैम्ब्रिज में दिए गए भाषण को उनके सहयोगी सैम पित्रोदा ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।

राहुल गांधी ने कहा, हम ऐसी दुनिया बनते हुए नहीं देख सकते जो लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हुई न हो। राहुल गांधी के संबोधन का विषय ‘लर्निंग टू लिसेन इन इन 21 सेंचुरी’ था। इस दौरान उन्होंने कहा, दुनिया में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए नई सोच की जरूरत की बात कही। साथ ही ये भी कहा कि इसे किसी पर थोपा न जाए। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस नेता ने भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में निर्माण क्षेत्र में गिरावट का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, इस बदलाव बड़े पैमाने पर असमानता और आक्रोश सामने आया है, जिस पर तत्काल ध्यान देने और संवाद की जरूरत है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लंबी चर्चा की। कश्मीर के बारे में बताते हुए राहुल ने कहा, कश्मीर में कई सालों से हिंसाग्रस्त है। सुरक्षा अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर आगाह किया लेकिन जब हम आगे बढ़े तो हजारों लोग तिरंगा लेकर आगे आए। एक व्यक्ति करीब आया उसने कुछ लड़कों की तरफ दिखा कर बताया कि वो उग्रवादी हैं। उन लड़कों ने मुझे घूर कर देखा लेकिन कुछ कर नहीं पाए। राहुल गांधी ने कहा कि यह लोगों की बात सुनने और अहिंसा की ताकत है। हालांकि अभी राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया नहीं आई है।