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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के अधिवेशन में भाग लेने जा रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा दिल्ली से इंडिगो की फ्लाइट में सवार हुए थे। उनके साथ कई कांग्रेसी नेता भी थे। दिल्ली पुलिस ने पवन खेड़ा को फ्लाइट से उतार दिया। इसके बाद फ्लाइट में सवार तमाम कांग्रेसी नेता नीचे उतर आए और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन नारेबाजी शुरू कर दी। पवन खेड़ा पर एक एफआईआर दर्ज है इसलिए उन्हें चढ़ने नहीं दिया गया है। वहीं इंडिगो कंपनी के इस फैसले का कांग्रेस के कई नेता अब पुरजोर विरोध कर रहे हैं।





एयरपोर्ट पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने इस बाबत इंडिगो कंपनी के विरोध में नारे भी लगाए। एयरपोर्ट पर ही कांग्रेस के कई नेता धरने पर ही बैठ गए हैं। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल किया कि किस आधार पर खेड़ा को नीचे उतारा गया है और देश में कानून का कोई राज है या नहीं। बताया जाता है कि यह घटना इंडिगो की विमान संख्या 6 ई 204 में हुई और विरोध में कांग्रेस के कई नेता विमान से नीचे उतर गए और विमान अभी खड़ा है। मामले में पवन खेड़ा ने कहा कि मुझे फ्लाइट से उतारे जाने की वजह नहीं बताई गई। प्रदर्शन को देखते हुए सीआईएसएफ की टीम भी एयरपोर्ट पहुंच गई है।
कांग्रेस ने ट्वीट कर बताया कि आज इंडिगो की फ्लाइट 6E-204 से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिल्ली से रायपुर जा रहे थे। सभी फ्लाइट में बैठ चुके थे, उसी वक्त हमारे नेता @Pawankhera जी को फ्लाइट से उतरने को कहा गया। ये तानाशाही रवैया है। तानाशाह ने अधिवेशन से पहले ईडी के छापे मरवाए और अब इस तरह की हरकत पर उतर आया। बता दें कि पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने फिर कहा कि ‘नरेंद्र गौतम दास मोदी को क्या समस्या है?’ कांग्रेस नेता ने बाद में पूछा, ‘क्या यह गौतम दास या दामोदर दास है?’ इस दौरान पवन हंसते हैं और यह कहते हुए तंज करते हैं कि भले ही नाम दामोदर दास है, लेकिन उनके काम गौतम दास के समान हैं।
बाद में एक ट्वीट में खेड़ा ने स्पष्ट किया कि वह वास्तव में प्रधानमंत्री के नाम को लेकर भ्रमित थे। दिल्ली पुलिस ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को दिल्ली हवाई अड्डे पर विमान में सवार होने से रोक दिया गया क्योंकि असम पुलिस ने उन्हें रोकने का अनुरोध किया था। पवन खेड़ा के खिलाफ कम्युनल डिस्टर्बेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बुधवार रात केस दर्ज किया गया है। इन्होंने एक बयान दिया था, जिसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार असम पुलिस की रिक्वेस्ट पर दिल्ली पुलिस खेड़ा को गिरफ्तार करेगी। जिस वक्त पवन खेड़ा को फ्लाइट से उतारा गया, उस दौरान उनके साथ रणदीप सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल के अलावा कई कांग्रेस नेता मौजूद थे। आरोप है कि इस दौरान उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश भी की गई। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार हमारे राष्ट्रीय महाअधिवेशन को बाधित करना चाहती है। हम डरने वाले नहीं हैं, देशवासियों के लिए संघर्ष करते रहेंगे। इस घटना के खिलाफ कांग्रेस के कई नेता एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब तक पवन खेड़ा समेत सभी नेताओं को फ्लाइट से रायपुर लेकर नहीं ले जाया जाता है, तब तक वे धरने पर ही बैठे रहेंगे। बता दें कि कांग्रेस के 85वां राष्ट्रीय महाअधिवेशन रायपुर में 24 से 26 फरवरी तक चलेगा। जिसमें अलग-अलग नेता अलग विषय पर अपना प्रस्ताव पेश करेंगे। राजनीति, अर्थशास्त्र, अंतरराष्ट्रीय मामलों, कृषि, सामाजिक न्याय और युवाओं के रोजगार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा संभव है।