अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, अडानी और प्रधानमंत्री के संबंधों पर उठाए सवाल पर भाजपा का पलटवार

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अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर क्रोनी कैपटलिज्म को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। सोरोस ने दावा किया कि उनके भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी से मधुर संबंध हैं। सोरोस ने यह टिप्पणी गुरुवार को जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से पहले टेक्निकल यूनिवर्सिटी आफ म्यूनिख में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए की। उन्होंने पीएम मोदी पर अडानी के स्टॉक में हेरफेर करने का आरोप है। अडानी विवाद पर उन्होंने कहा, अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार में धन जुटाने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा। उनका स्टॉक रेत की महल की तरह ढह गया है। सोरोस के इस बयान के बाद भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए विदेशी साजिश बताया है।
India is interesting case Says #GeorgeSoros
— DW Samachar (@dwsamachar) February 17, 2023
According to him "#Adani crisis as a spark in his plan of so called democratic revival"
India is Quad member but buying Russian oil. This narrative is being pushed against India. What about NATO countries buying oil & gas from Russia? pic.twitter.com/yBtY3ubvZr
जॉर्ज ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च के दावों के बाद गौतम अडानी के साम्राज्य में उथल पुथल मची हुई है। इसकी वजह से निवेशकों का विश्वास हिल गया है। मोदी और अडानी एक दूसरे के सहयोगी हैं। अडानी ने स्टॉक मार्केट से फंड रेज करने की कोशिश की जिसमें वो फेल हो गए। उन पर स्टॉक मार्केट के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप हैं। मोदी इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं लेकिन विदेशी निवेशकों और संसद में उठ रहे सवालों का जवाब देना होगा। जॉर्ज सोरोस ने कहा, यह भारत की संघीय सरकार पर मोदी की पकड़ को काफी कमजोर कर देगा और बहुत जरूरी संस्थागत सुधारों को आगे बढ़ाने के दरवाजा खोल देगा। उन्होंने कहा था, मुझे उम्मीद है कि भारत में एक लोकतांत्रिक परिवर्तन होगा। बता दें कि सोरोस इससे पहले 2020 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भी भारत और पीएम मोदी को लेकर इस तरह बयान दे चुके हैं। तब उन्होंने कहा था कि मोदी के नेतृत्व में भारत तानाशाही व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने और नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) का भी खुलकर विरोध किया था। जॉर्ज सोरोस का जन्म 12 अगस्त, 1930 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में हुआ था। वो सटोरिए, शेयरों के निवेशक और व्यापारी हैं। हालांकि उन पर दुनिया के कई देशों की राजनीति और समाज को प्रभावित करने का एजेंडा चलाने का आरोप लगता रहता है। उन पर दुनिया कई देशों में कारोबार और समाजसेवा की आड़ लेकर पैसे के जोर पर वहां की राजनीति में दखल देने के गंभीर आरोप लगते रहते हैं। उन्होंने कई देशों में चुनावों को प्रभावित करने के लिए खुलकर भारी-भरकम फंडिंग की। यही कारण है कि यूरोप और अरब के कई देशों में सोरोस की संस्थाओं पर भारी जुर्माना लगाकर पाबंदी लगा दी गई।
पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए हो रही विदेशों में साजिश : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम मोदी के खिलाफ विदेशी साजिश किए जाने का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस की भारत में राजनीतिक दलों को फंडिंग करके लोकतांत्रक ढ़ंग से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करना चाहता है। उन्होंने इस संबंध देश के नागरिकों से अपील की। उन्होंने कहा कि आज देश की जनता को एक नागरिक होने के नाते मैं यह आह्वान करना चाहती हूं कि एक विदेशी ताकत जिसके केंद्र में हैं एक व्यक्ति जिनका नाम है जॉर्ज सोरोस, उन्होंने ऐलान किया है कि वो हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक ढांचे पर चोट करेंगे।
Today, as a citizen, I call upon every individual and organisation- societal or political, to denounce the intentions of such individual who seeks to weaken our democratic interests.
— BJP (@BJP4India) February 17, 2023
India has defeated imperialistic designs before, and shall do so again.
– Smt. @smritiirani pic.twitter.com/sdzwn1siCw
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सोरोस ने एलान किया है कि वो पीएम मोदी को अपने अटैक का मेन प्वाइंट बनाएंगे। उन्होंने बताया कि सोरोस ने एलान किया है कि वो हिंदुस्तान में अपनी विदेशी ताकत के जरिए एक ऐसी व्यवस्था बनाएंगा जो हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि उसके फायदे के लिए काम करेगा। स्मृति ने अपील करते हुए कहा कि जॉर्ज सोरोस का यह ऐलान कि वो हिंदुस्तान में मोदी को झुका देंगे, हिंदुस्तान की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को ध्वस्त करेंगे, यह भारत पर हमला है और इस हमले का जवाब हर भारतीय को मुंहतोड़ तरीके से देना चाहिए।