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दुनिया भर की कंपनियों में कर्मचारियों के छटनी का दौर जारी है। इसी बीच अब Zoom जैसे बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने अपने 1300 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। यह कंपनी के कुल वर्कफोर्स का करीब 15% है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट ब्लॉग के जरिए छंटनी की जानकारी दी है।
मंगलवार को नैस्डेक पर Zoom के शेयरों में 8% की तेजी आई है। कंपनी के CEO एरिक युआन (Eric Yuan) ने ब्लॉग में लिखा है कि महामारी के बाद पूरी दुनिया एडजस्ट होने की कोशिश कर रही है। कंपनी को भी ग्लोबल इकोनॉमी की अनिश्चितताओं और कस्टमर्स पर मंदी के असर से निपटना होगा।
बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण जब पूरी दुनिया घरों में कैद थी तब Zoom का बिजनेस अपने पीक पर था। ऑफिस हो या दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ बातचीत, Zoom का खूब इस्तेमाल हो रहा था। युआन ने ये भी लिखा, “हम लगातार काम कर रहे हैं ताकि Zoom को इसके कस्टमर्स और यूजर्स के लिए बेहतर बनाया जा सके। लेकिन हमसे भी गलतियां होती हैं।” उन्होंने आगे लिखा है, “हमने अपनी टीम की समीक्षा की इसलिए ज्यादा वक्त नहीं लिया।
हम ये देख रहे हैं कि कारोबार को कैसे सस्टेनबल बनाया जा सके।” युआन ने कहा कि सैलरी में कटौती और छंटनी का असर Zoom के हर सेगमेंट पर पड़ेगा। कंपनी जिन कर्मचारियों की छंटनी करेगी उन्हें 4 महीनों की सैलरी और हेल्थ कवरेज की सुविधा मिलेगी। युआन ने यह भी कहा कि आने वाले फिस्कल ईयर में वह अपनी सैलरी भी 98% तक कम करेंगे। इसके साथ ही 2023 का कॉरपोरेट बोनस भी वो नहीं ले रहे हैं।
युआन ने अपने पोस्ट में ये भी लिखा है, “कंपनी के CEO और फाउंडर के तौर पर इन गलतियों और आज उठाए गए कदम के लिए मैं जिम्मेदार हूं। मैं अपनी जवाबदेही सिर्फ बातों से ही नहीं बल्कि काम में भी दिखाना चाहता हूं।” पिछले कुछ महीनों से लगातार टेक और स्टार्टअप कंपनियों ने छंटनी की है। सोमवार को डेल ने 6650 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इस साल जनवरी में गूगल ने 12,000 लोगों की छंटनी का ऐलान किया है। माइक्रोसॉफ्ट ने भी 10,000 एंप्लॉयीज की छंटनी की योजना बनाई है। वहीं सेल्सफोर्स ने 7000 स्टाफ के लेऑफ का प्लान बनाया है।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में दुनिया भर की कई स्टार्टअप और टेक कंपनियों ने छंटनी की है। इनमें गूगल, गूगल ने मूल कंपनी अल्फाबेट, स्विगी, जोमैटो, ओएलएक्स जैसे कई बड़ी कंपनियां शामिल है।