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बिहार के बोधगया में आयोजित होने वाला बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का कार्यक्रम इस बार बिहार प्रशासन और सरकार के लिए सिरदर्द बन गया है। पहले उनका प्रवचन सुनने आए लोगों के साथ कोरोना आया और अब एक चीनी जासूस की गतिविधियों की जानकारी से राज्य सरकार और जांच एजेंसियों को हिला दिया है।
पुलिस और जांच एजेंसी चीनी संदिग्ध महिला का स्केच जारी कर उसकी तलाश कर रही है, हालांकि अबतक हाथ खाली है।
क्या है मामला:
दरअसल अध्यात्म गुरु धर्मगुरु दलाई लामा पिछले कुछ दिनों से गया में हैं। उनके आसपास कड़ी सुरक्षा है। चार स्तर की सुरक्षा की परिधि की अनुमति के बाद ही कोई उनतक पहुंच सकता है। उनकी सुरक्षा पर आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की नजर है और दो हजार पुलिसकर्मियों सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी काम कर रही हैं। ऐसे में एक संदिग्ध चीनी महिला की जानकारी सामने आई है, जो उनपर नजर रख रही थी। इस जानकारी के साथ ही जिला प्रशासन और खुफिया एजेंसी उस संदिग्ध महिला को ढूंढ़ने में जुटी है। पुलिस और जांच एजेंसियां सभी होटलों, मठ और लॉज सहित सभी संभावित ठिकानों को खंगाल रही है। यह डर इसलिए भी बढ़ गया है, क्योंकि बोधगया पुलिस ने करीब तीन महीने पूर्व भी एक होटल से एक संदिग्ध चीनी जासूस को हिरासत में लिया था।

उस संदिग्ध चीनी महिला की पहचान अबतक सांग जियालोन के रूप में की जा रही है। उसका वीजा नंबर 901BAA2J और पीपी नंबर- EH2722976 है। दुबली-पतली काया और सिर पर बेहद छोटे-छोटे बाल वाली संदिग्ध महिला ने भिक्षु का रूप धारण कर रखा है। पुलिस मुख्यालय होते हुए बोधगया तक पहुंची इस जानकारी के बाद खुफिया तंत्र मुखबिरों की भी मदद ले रहा है।
वहीं आशंका जताई जा रही है कि संदिग्ध महिला चीन की जासूस है और दलाई लामा से जुड़े कार्यक्रम और बोधगया के बाबत जानकारी लेने के लिए पहुंची है। यह काम इसलिए भी मुश्किल हो रहा है, क्योंकि जिला प्रशासन रविवार से ही कोरोना केस अचानक सामने आने और लगातार तेजी से बढ़ने के कारण सारा ध्यान उसपर लगा रहा था।