111 साल पहले आज के दिन रोआल्ड एमंडसन पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले पहले इंसान थे

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इस पृथ्वी पर भी कई ऐसे कोने हैं जहां पर मनुष्यों और अपने में जान की बाजी लगानी पड़ती है। ही दक्षिणी ध्रुव (साउथ पोल) है। यहां पर जाना आसान नहीं होता है। 111 साल पहले आज ही के दिन 14 दिसंबर 1911 को नॉर्वे के रोआल्ड एमंडसन साउथ पोल पर पहुंचने वाले दुनिया के पहले शख्स बने थे। इसे अंटार्कटिका भी कहते हैं। रोआल्ड एमंडसन और उनकी टीम ने साउथ पोल पर नॉर्वे का झंडा फहराया था। साउथ पोल की यात्रा पर निकली एमंडसन की टीम में 3 पुरुष और 52 डॉग्स भी शामिल थे, लेकिन अंटार्कटिका पहुंचने तक सिर्फ 16 डॉग्स ही बचे थे। बाकी डॉग्स को खा लिया गया था। एमंडसन की टीम 19 अक्टूबर 1911 को अंटार्कटिका के लिए निकली थी और करीब दो महीने की यात्रा के बाद वहां पहुंची। एमंडसन के बाद 1 नवंबर 1911 को नॉर्वे के ही रॉबर्ट स्कॉट की टीम भी साउथ पोल की तरफ निकली। लेकिन उनकी टीम जब 17 जनवरी 1912 को यहां पहुंची तो पता चला कि एमंडसन पहले ही यहां पहुंच चुके हैं।
साउथ पोल से लौटते समय स्कॉट की मौत हो गई। ध्रुवीय क्षेत्रों की खोज करने वाले नार्वे के अन्वेषक थे। वह हवाई मार्ग से उत्तरी ध्रुव पर भी पहुंचने वाले पहले शख्स थे। इस प्रकार निर्विवाद रूप से उनको सबसे पहले दोनों ध्रुवों पर पहुंचने वाला शख्स माना जाता है। बता दें कि पृथ्वी का सबसे दक्षिणी छोर है। इसे भौगोलिक दक्षिणी ध्रुव के नाम से भी जाना जाता है। यह उन दो बिंदुओं में से एक जगह है जहां पृथ्वी के घूर्णन की धुरी एक-दूसरे को सतह पर काटती है। यह पृथ्वी की सतह का सबसे दक्षिणतम बिंदु है और दूसरे छोर उत्तरी ध्रुव के एकदम विपरीत पड़ता है। यह अंटाकर्टिका महाद्वीप पर स्थित है। यहीं पर अमेकिरी एमंडसन-स्कॉट साउथ पोल स्टेशन स्थित है। इस स्टेशन की स्थापना 1956 में हुई थी। भौगोलिक दक्षिणी ध्रुव वास्तव में दक्षिण चुंबकीय ध्रुव से अलग है जिसे पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के आधार पर परिभाषित किया गया है। दक्षिणी ध्रुव, दक्षिणी गोलार्द्ध का केंद्र है।