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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश यूनिट द्वारा 16 अक्टूबर को रामलीला मैदान में पंचपरमेश्वर सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसका शंखनाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा करने वाले हैं। इसमें लगभग एक लाख कार्यकर्त्ताओं के शामिल होने के आसार जताए जा रहे हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि इसमें लगभग दिल्ली के जितने भी भाजपा पदाधिकारी हैं वे सभी शामिल होने वाले हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सम्मेलन में दिल्ली की केजरीवाल सरकार की अभी तक के नाकामियों को विस्तृत रूप से उजागर किया जाएगा।
सवाल ये है कि पंचपरमेश्वर सम्मेलन ही नाम क्यों दिया गया है। दरअसल दिल्ली के अंदर पिछले 45 दिनों से लगातार बूथ स्तर पर पंचपरमेश्वर की नियुक्ति की गई है जिसमें सभी आठ मोर्चाओं और सभी प्रकोष्ठों के कार्यकर्ता सहित दिल्ली की आम जनता भी शामिल हैं। हर मंडल में पांच लोगों की नियुक्ति की गई है जो कि बूथ स्तर पर कार्यक्रमों को धार देने का काम करेंगे। रामलीला मैदान में होने वाले 16 अक्टूबर के कार्यक्रम की तैयारी दिल्ली भाजपा ने शुरु कर दी है। कार्यक्रम के लिए सातों सांसदीय क्षेत्रों के इंचार्ज, हर जिले के प्रभारी, हर मंडल के प्रभारी और हर शक्ति केंद्र के प्रभारी बनाए गए हैं जो दिन रात मेहनत करके इस कार्य को कर रहे हैं। इतना ही नहीं ऑनलाइन लिंक के माध्यम से अभी तक 50 हज़ार से अधिक कार्यकर्ता जुड़ चुके हैं। 12 अक्टूबर को भूमी पूजन किया जाएगा और साथ ही प्रदेश प्रभारी बैजयंत जय पांडा और सह-प्रभारी डॉ अलका गुर्जर ध्वजारोहण करेंगे।
13 और 14 अक्टूबर को सभी लोकसभा क्षेत्रों में झंडा लेकर श्री गणेश किया जाएगा जिसमें वाहनों से प्रचार करेंगे। पूरी दिल्ली में पोस्टर अभियान भी चलाया जाएगा। इसके साथ ही रामलीला ग्राउंड पर 2000 से अधिक बसों की व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी प्रकार से कार्यकर्ताओं को सम्मेलन में शामिल होने में परेशानी का सामना न करना पड़े। 16 अक्टूबर को रामलीला मैदान में होने वाले भाजपा के विशाल इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए पूरे जोश के साथ भाजपा कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। इस सम्मेलन में अरविंद केजरीवाल की जो भी विफलता रही है उन सब पर भी बराबर से प्रकाश डाला जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की जो भी ऐतिहासिक सफलता रही है, उन पर भी प्रकाश डाला जाएगा। अगर कार्यकर्ताओं की बात करें तो अभी 17 करोड़ से अधिक कार्यकर्ता भाजपा के साथ जुड़कर इसे विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनाने का काम किया है। दिल्ली भाजपा का संगठानात्मक इकाई है उसमें 25 लाख कार्यकर्ता जुड़े है।