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हरमनप्रीत कौर, भारतीय कप्तान का खौफ कल पूरी तरह से इंग्लैंड के गेंदबाजों पर रहा। 111 गेंदों में खेली गई उनकी 143 रनों की शानदार नॉट आउट पारी के सामने इंग्लैंड के गेंदबाज पूरी तरह से लचर साबित हुई। 100 गेंदों पर अपना वनडे करियर का पांचवा शतक पूरा करने वाली हरमनप्रीत कौर ने इसके बाद मानो सातवें गेयर में बैटिंग करने लगी और अगले 11 गेंदों पर ही 43 रन ठोक डाले। इस दौरान उनके बल्ले से 18 चौके और 4 छक्के निकले। भारत ने कप्तान की शतक के बदौलत 333 रन बना डाले।
भारत टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी का इनविटेशन स्वीकार किया और मंधाना-शेफाली की जोड़ी एक बार फिर अच्छी शुरुवात नहीं दे सकी। दूसरे ही ओवर में शेफाली वर्मा 8 रन बनाकर आउट हो गई। इसके बाद क्रीज पर आई यस्तिका भाटिया ने 26 रनों की पारी खेल मंधाना के साथ टीम को 66 रन तक ले गई। यस्तिका के आउट होते ही क्रीज पर एंट्री हुई कप्तान हरमनप्रीत कौर की। उन्होंने पहले स्मृति मंधाना (51 गेंदों पर 40 रन) के साथ 33 रनों की साझेदारी और फिर हरलीन के साथ 113 रनों की साझेदारी कर डाली। हरलीन ने 72 गेंदों पर 58 रनों की पारी खेली।
इसके बाद क्रीज पर आई पूजा वस्त्रकार ने हालांकि सिर्फ 18 रनों की पारी खेली लेकिन हरमनप्रीत ने उनके साथ मिलकर 50 रनों की साझेदारी कर डाली। इसके बाद जब दीप्ति शर्मा क्रीज पर आई तो हरमनप्रीत कौर अपने शतक के करीब थी। इसलिए उन्होंने समय लिया और जब एक बार शतक पूरा हुआ तो अंत के तीन ओवर में 62 रन ठोक डाले। हरमनप्रीत कौर और दीप्ति शर्मा की जोड़ी ने छठे विकेट के लिए सिर्फ 24 गेंदों में 71 रनों की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी में दीप्ति ने 15 रनों का योगदान दिया। वहीं, हरमनप्रीत ने अपनी पारी के आखिरी 11 गेंदों में 43 रन बना दिए।
भारत के 333 रनों के पहाड़ सा लक्ष्य के सामने इंग्लैंड की टीम कभी पहुंचती हुई नहीं दिखी और कैंटबरी में खेला गया दूसरा वनडे मैच 88 रनों से जीतकर भारत ने 23 साल का सूखा खत्म किया। इसी के साथ तीन मैचों की सीरीज में भारतीय टीम ने 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम ने इंग्लैंड की सरजमीं 23 साल बाद वनडे सीरीज जीता है। इससे पहले भारत को 1999 में अंजुम चोपड़ा की कप्तानी में 2-1 से जीत मिली थी।
हरमनप्रीत कौर इंग्लैंड की सरजमीं पर वनडे में शतक लगाने वाली एशिया की पहली कप्तान भी बनीं। इसके साथ ही टीम इंडिया के लिए तेज गेंदबाजी रेणुजा सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने 10 ओवर में 57 रन खर्च किए। वहीं, हेमलता ने 2 जबकि दीप्ति सिंह और शेफाली वर्मा को 1-1 सफलता मिली।
मंधाना ने तोड़ा मिताली राज का रिकॉर्ड इस
मुकाबले में स्मृति मंधाना ने वनडे क्रिकेट में अपने 3000 रन पूरे किए। वह महिला वनडे मैचों में यह उपलब्धि हासिल करने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी बन गईं। उनसे पहले पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज और वर्तमान कप्तान हरमनप्रीत कौर ऐसा कर चुकी हैं। उन्होंने सबसे तेज 3 हजार रन बनाने के मामले में पूर्व कप्तान मिताली राज को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 88 पारियों में यह आंकड़ा पार किया।
अमन पांडेय