
वाराणसी बना SCO की पहली सांस्कृतिक एवं पर्यटन राजधानी

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पूरा देश आज पीएम नरेंद्र मोदी की 72वीं जन्मदिन मना रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी के इस जन्मदिन में कई तरह के आयोजन और संस्कृति कार्य्रकम का आयोजन किया जा रहा है। कई जगह रेस्टोरेंट में मुफ्त भोजन तो कई जगह विभिन्न कार्यक्रम जैसे दौड़, रक्तशिविर, सम्पर्क अभियान और भी बहुत कुछ। लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लिए बहुत बड़ा तोहफा मिला है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कर्मभूमि वाराणसी शहर को शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की पहली सांस्कृतिक एवं पर्यटन राजधानी घोषित किया गया।
एससीओ के नेताओं ने वाराणसी को वर्ष 2022-23 के लिए समूह की पहली ‘पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी’ के रूप में समर्थन दिया। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया ब्रीफिंग में इस बात की जानकारी दी। क्वात्रा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी 2022-23 के दौरान वाराणसी को एससीओ पर्यटक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में मान्यता देने के लिए सभी सदस्य देशों को धन्यवाद दिया। यह भारत और क्षेत्र के बीच अधिक सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच संबंधों के द्वार खोलता है।
इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर SCO क्या है।

एससीओ आठ देशों का ऐसा समूह है जो देश की अर्थिक और सुरक्षा का गठबंधन करता है। इसका मुख्यालय बीजिंग में है। एससीओ में आने वाले आठ देश चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। हालांकि पहले इस ग्रुप का हिस्सा भारत और पाकिस्तान नहीं हुआ करते थे लेकिन 9 जून, 2017 को भारत और पाकिस्तान ने इसकी सदस्यता ली। इसके सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्बेकिस्तान गए हुए थे जो कि शुक्रवार को ही खत्म हुआ है।
अब वाराणसी को मिली इस शानदार पहचान के बाद जश्न की भी तैयारी जोरों पर है। जश्न मनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र के सहयोग से कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। क्वात्रा ने कहा कि एससीओ ने भारत की पहल पर ‘स्टार्टअप’ और नवोन्मेष पर एक विशेष कार्य समूह स्थापित करने का भी फैसला किया है।