

JOIN OUR WHATSAPP GROUP
अमानतुल्लाह खान, आम आदमी पार्टी के विधायक और मुस्लिम वर्ग में काफी चर्चित चेहरा। ऐसा इसलिए क्योंकि वे हर एक मुद्दों पर खुलकर अपनी बातें रखते हैं। चाहे वह बुल्डोजर के सामने आने वाली राजनीति हो, एनआरसी हो या फिर अन्य कोई भी अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़े मुद्दें हो। सभी पर अपना प्रखरता से बात रखने वाले अमानतुल्लाह खान आज एसीबी यानि एंटी करप्शन ब्रांच के सामने चुप रहे। एसीबी ने उनके पांच ठेकों पर छापेमारी की और 12 लाख रुपये नकद के साथ एक बिना लाइसेंस बेरेटा पिस्तौल भी बरामद किए गए। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसीबी की ये छापेमारी आप नेता अमानतुल्लाह खान पर यह छापेमारी वक्फ बोर्ड में की गई अवैध नियुक्ति से जुड़ा मामला है। दरअसल अमानतुल्लाह खान के खिलाफ वर्ष 2020 में दिल्ली वक्फ बोर्ड में अस्थाई तरीके लोगों को भर्ती करने में अनियमिताएं बरती गई थी जिसे लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में दिल्ली पुलिस की एंटी करप्शन ब्रांच ने उन्हें शुक्रवार (16 सितंबर) की दोपहर 12 बजे पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने दिल्ली पुलिस की एसीबी के भेजे गए इस नोटिस के बारे में ट्वीट भी किया था। इस ट्वीट में आप विधायक ने दावा किया था कि उन्होंने वक्फ बोर्ड का नया दफ्तर बनवाया है जिसकी वजह से उन्हें नोटिस भेजी गई है। जबकि यह छापेमारी किसी और वजह से हुई है।
दरअसल, आप विधायक अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड के बैंक खातों में वित्तीय गड़बड़ियों के भी आरोप हैं। वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में हेराफेरी सहित वाहनों की खरीद, संपत्तियों में किरायेदारी, अवैध नियुक्तियां सहित कुल मिलाकर आप विधायक पर ‘भ्रष्टाचार’ कई मामलों का आरोप है। एसीबी की छापेमारी उस वक्त हुई है जब मनीष सिसोदिया द्वारा कथाकथित नई आबकारी नीति में हुए भ्रष्टाचार में पहले से ही ईडी की छापेमारी चल रही है।
इसके पहले एसीबी ने दिल्ली उपराज्यपाल सचिवालय से अपील की थी कि आप विधायक अमानतुल्लाह खान को वक्फ बोर्ड चेयरमैन पद से हटा दिया जाए। एसीबी ने आप विधायक पर जांच में बाधा डालने का आरोप लगाया एसीबी ने इस बात का हवाला दिया था कि जांच के दौरान अमानतुल्लाह खान गवाहों को धमका रहे हैं और उनके डर से कोई भी गवाह सच या मामले पर अपना बयान देने के लिए सहमत नहीं हो रहा है।