
अगर धोनी चाहते तो मेरा करियर कुछ और होता, संन्यास के बाद झलका इस तेज गेंदबाज का दर्द

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नई दिल्ली, 13 सितंबर। महेन्द्र सिंह धोनी, भारत के कैप्टन कूल। एक बार फिर से चर्चा में हैं। कारण है उनकी ही टीम के एक फास्ट गेंदबाज ईश्वर पांडे का संन्यास लेने के समय उनके बारे दिया गया बयान। ईश्वर पांडे मध्य प्रदेश को पहली बार रणजी में विजेता बनाने वाले स्टार गेंदबाज हैं जिन्होंने आईपीएल सहित कई इंटरनेशनल लीग में खेला है। दरअसल 33 वर्षीय ईश्वर पांडे को भारतीय टीम में दो बार मौका मिला न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में चुने जाने का। लेकिन दोनों बार उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिल सका।
ईश्वर पांडे को वह मलाल आज भी है और उसका दर्द उन्हें संयास के बाद मिला है जब उन्होंने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि महेन्द्र सिंह धोनी अगर उनके ऊपर थोड़ा भी भरोसा दिखाते तो आज उनका करियकर कुछ और ही होता। उन्होंने कहा कि जब उनकी उम्र 23-24 साल की थी तो उस वक्त वह अच्छा क्रिकेट खेल रहे थेऔर साथ ही उनकी फीटनेस भी शानदार थी। बस धोनी से एक मौका मिलने की उम्मीद थी।
ईश्वार पांडे ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने एक लंबा लेटर लिखकर बीसीसीआई, मध्य प्रदेश और अपने आईपीएल फ्रेचाईजी का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है। साथ ही अपने पोस्ट में वे विराट कोहली, महेन्द्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, सुरेश रैना और रविन्द्र जडेजा जैसे प्लेयर्स का धन्यवाद दिया जिनके साथ उन्हें ड्रेसिंग रुम शेयर करने का मौका मिला।
ईश्वर पांडे ने मध्य प्रदेश, सेंट्रल जोन, इंडिया ए, पुणे वॉरियर्स और राइजिंग पुणे सुपर जाएंट्स के लिए भी खेला है। वह चेन्नई सुपर किंग्स के साथ दो आईपीएल सीजन तक जुड़े रहे। इस दौरान उन्हें धोनी और कोच स्टीफेन फ्लेमिंग का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। ईश्वर पांडे ने करियर में कुल 75 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें 25.92 की बेहतरीन औसत से 263 विकेट लिए हैं. उन्होंने करियर में कुल 71 टी20 मैच खेले. इसमें उन्होंने 68 विकेट झटके हैं। ईश्वर पांडे ने IPL में कुल 25 मैच खेले, जिसमें 18 विकेट लिए हैं। संन्यास की घोषणा करने वाले ईश्वर पांडे रोड सेफ्टी समेत अन्य इंटरनेशनल लीग में खेलते रहेंगे।
अमन पांडेय