
दिल्ली शराब घोटाले मामले में देश के 30 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी, दिल्ली,यूपी, पंजाब समेत कई जगहों पर ईडी की जांच जारी

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दिल्ली शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज मंगलवार को दिल्ली समेत लगभग 30 से ज्यादा जगह पर छापेमारी की है।
ईडी की यह छापेमारी दिल्ली, गुड़गांव, लखनऊ, हैदराबाद, मुंबई समेत देश के कई शहरों में मारे गए हैं। इसके अलावा कई शराब कारोबारियों के ठिकानों पर भी ईडी की टीमें मौजूद है।वहीं इस बार जांच एजेंसी मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का घर नहीं पहुंची है।
वहीं छापेमारी के बीच दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा,’पहले इन्होंने सीबीआई के छापे मारे,लेकिन कुछ नहीं मिला। अभी ईडी के छापे मारेंगे। इसमें कुछ नहीं निकलेगा। देश में जो शिक्षा का माहौल बना हुआ है, अरविंद केजरीवालजी जो काम कर रहे हैं, उसे रोकने का काम हो रहा है। लेकिन उसे रोक नहीं पाएंगे। यह सीबीआई यूज कर लें, ये ईडी यूज कर लें। उसे रोक नहीं पाएंगे शिक्षा के काम को रोक नहीं पाएंगे। मेरे पास ज्यादा सूचना नहीं है। मैंने ईमानदारी से काम किया है। 4 स्कूलों के नक्शे और उन्हें मिल जाएंगे।’
क्या है पूरा मामला:
दरअसल में, दिल्ली में केजरीवाल सरकार नई शराब नीति लेकर आई थी. इस नीति के आने के बाद दिल्ली के शराब कारोबारी ग्राहकों को डिस्काउंटेड रेट पर शराब बेच रहे थे। कई जगहों पर एक बोतल खरीदने पर दूसरी मुफ्त दी जा रही थी।
आबकारी नीति 2021-22 के चलते एक समय ऐसा भी आया था, जब दिल्ली में शराब दुकानों की संख्या करीब 650 पहुंच गई थी। जांच एजेंसी ने नई शराब नीति में घोटाला होने का दावा किया था, जिसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 को वापस ले लिया था।
राज्य में 1 सितंबर से पुरानी शराब नीति दोबारा लागू कर दी गई है। नई नीति लागू होने से पहले ही कई लाइसेंस धारकों ने अपने लाइसेंस सरेंडर कर दिए थे।
वहीं इस शराब घोटाले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। उन्हें इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। सीबीआई ने शराब घोटाला मामले में उनसे लंबी पूछताछ भी की थी। सीबीआई की टीम ने डिप्टी सीएम के घर से सीक्रेट डॉक्यूमेंट भी बरामद किए थे।