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देवघर हवाई अड्डे पर रात में उड़ानों के टेकऑफ या लैंडिंग की सुविधा नहीं है। जुलाई में पीएम नरेन्द्र मोदी ने देवघर हवाई अड्डा का उद्धाटन किया था। जिसपर आज तक राम में टेकऑफ की परमीशन नहीं दी गई है। हवाईअड्डे पर फिलहल सूर्यास्त से आधे घंटे पहले तक उड़ान सेवाओं की इजाजत है। अभी तक इस बारे में सभी को पता था लेकिन एयरपोर्ट के सुरक्षा प्रभारी डीएसपी सुमन आनन ने एक शिकायत की है। शिकायत भाजपा सांसद मनोज तिवारी एवं निशिकांत दुबे, उनके दो बेटे और देवघर हवाई अड्डे के डायरेक्टर सहित कुल नौ लोगों के खिलाफ है।
शिकायत में जो बातें कही गई है उसके अनुसार, पूरा मामला 31 अगस्त का है। देवघर से टेक-ऑफ के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से जबरन मंजूरी लेने की बात कही गई है। बताया जा रहा है कि 31 अगस्त को शाम 5.25 बजे सांसद एवं अन्य यात्री देवघर एयरपोर्ट पहुचे। वे सब प्लेन के अंदर चले गए और प्लेन का गेट बंद कर लिया। कुछ देर बाद प्लेन का गेट खोलकर पायलट नीचे उतरा और एटीसी की तरफ जाने लगा। एटीसी कंट्रोल रूम में पायलट ने टेक ऑफ की इजाजत देने के लिए दबाव डाला। कुछ देर बाद दोनों सांसद और अन्य यात्री भी एटीसी कंट्रोल रूम में पहुंच गए।
उन्होंने दबाव डाला और एटीसी का क्लियरेंस मिल गया। इसी पूरे मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने चार्टड प्लेन के पायलट, गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे, सांसद मनोज तिवारी, कनिष्क कांत दुबे, माहिकांत दुबे, मुकेश पाठक, देवता पांडेय, पिंटू तिवारी और एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप ढींगरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
सुमन आनन की शिकायत पर एक सितंबर को कुंडा पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। आरोप है कि दोनों बीजेपी सांसदों सहित अन्य व्यक्तियों ने एटीसी कक्ष में प्रवेश किया और सुरक्षा मापदंडों का उल्लंघन किया। उन्होंने अधिकारियों पर टेक-ऑफ करने के लिए दबाव डाला। कुंडा थाने में दोनों सांसदों निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और एयरपोर्ट के डायरेक्टर सहित नौ लोगों पर आईपीसी की धारा 336, 447 और 448 के तहत केस दर्ज किया गया है।
दूसरा एफआईआर निशिकांत दुबे की ओर से देवघर के डिप्टी कमिश्नर के खिलाफ किया गया जिसकी जानकारी देते हुए निशिकांत दुबे ने लिखा,
”यह देश क़ानून से चलता है देवघर के डीसी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने धारा 124b,353,120b,441,448,201,506 व ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट की धारा 2/2 के तहत FIR दर्ज की है।”
एक अन्य ट्वीट में दुबे ने कहा है कि, ”एसपी देवघर पुलिस मैंने डीसी देवघर के खिलाफ देशद्रोह,आपराधिक जान से मारने का कृत्य, चेयरमैन देवघर एयरपोर्ट के नाते मेरे काम में बाधा, एयरपोर्ट डायरेक्टर की अनुमति के बिना सिक्योरिटी एरिया में जाना, ATC बिल्डिंग में बिना अनुमति प्रवेश पर FIR करने का पत्र भेजा है।”
CCTV फ़ुटेज निकाल कर सुरक्षित क्षेत्र में घुसपैठ करने,साज़िश रचने के आरोप पर दिल्ली पुलिस ने मेरे ख़िलाफ़ मुख्यमंत्री जी की सुपारी ली है,जो बच्चों 18;19 साल के बच्चों के खिलाफ भी साज़िश रचता है,वैसे कलुषित मानसिकता के देवघर ज़िला उपायुक्त के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया pic.twitter.com/6rQByGjA18
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 3, 2022
ट्वीट के बाद देवघर एयरपोर्ट एडवाइज़री कमेटी के चेयरमैन और गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर के पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिखा है। अपने पत्र में निशिकांत दुबे ने पूरे घटनाक्रम का जिक्र किया और बताया कि इस पूरे मामले में किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया गया है, लेकिन झारखंड पुलिस फंसाने और बदनाम करने की कोशिश कर रही है। मुझे जान से मारने की धमकी भी झारखंड पुलिस ने की और साथ ही यह सब देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ के कहने पर किया है।