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पंजाब किंग्स, IPL की एक ऐसी टीम, जिसने कप्तान बदला, कोच बदला और यहां तक कि नाम भी बदल दिया लेकिन सिर्फ फाइनल जितने का अपना भाग्य नहीं बदल पाई। लेकिन पंजाब किंग्स फिर एक बार बदलाव के दौर से गुजर रही है। साल 2020 में इस टीम के कोच बनाये गए थे अनिल कुंबले। एक ऐसे खिलाड़ी जो भारतीय टीम का भी मुख्य कोच रह चुका है। लेकिन पंजाब को ऐसा लगता है कि अनिल कुंबले अपना प्रभाव दिखाने में कामयाब नहीं हुए शायद इसलिए कुंबले अब आगामी सीजन में पंजाब खेमे में नहीं दिखेंगे।
पंजाब किंग्स ने बतौर कोच उनका कार्यकाल आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। पंजाब किंग्स की टीम अब नए कोच की तलाश में जुट गई है। रिपोर्ट के मुताबिक कुंबले का कॉन्ट्रैक्ट आगे नहीं बढ़ाने का फैसला फ्रेंचाइज़ी के मालिकों की एक बोर्ड ने मिलकर लिया है। जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री प्रीति ज़िंंटा, मोहित बर्मन, नेस वाडिया और करन पॉल के साथ टीम के CEO सतीश मेनन भी शामिल हैं। दिग्गज लेग स्पिनर को साल 2020 में पंजाब किंग्स का मुख्य कोच बनाया गया था।
कुंबले का पंजाब के साथ कार्यकाल कुछ खास नहीं रहा। तीन सीजन में से दो सीजन तो टीम प्लेऑफ के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई। 2020 और 2021 में पंजाब की टीम पांचवें स्थान पर रही, जबकि साल 2022 में हुए 10 टीमों के टूर्नामेंट में टीम छठे स्थान पर आई। वैसे कुंबले को लेकर पंजाब के इस फैसले से कोई हैरान नहीं है। क्योंकि आईपीएल की यह टीम अपने मैनेजमेंट और कोच में बदलाव करने के लिए मशहूर है। टीम में संजय बांगर, वीरेंद्र सहवाग, ब्रैड हॉग, माइक हेसन के बाद कुंबले इस फ्रेंचाइज़ी के 5 सीज़न में पांचवें कोच चुने गए थे।
कुंबले की आईपीएल में सफर की बात करें तो वह पंजाब के मुख्य कोच से पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के लिए भी मेंटॉर की भूमिका निभा चुके हैं। उनकी कोचिंग में साल 2020 से पंजाब की टीम 42 मैचों में से केवल 18 ही जीत पाई, जबकि 22 मुकाबलों में टीम को हार मिली. यह 2020 IPL से सनराइज़र्स हैदराबाद के बाद किसी भी टीम का सबसे ख़राब प्रदर्शन है।
अगर खिलाड़ियों के नाम के हिसाब से देखें तो पंजाब एक मजबूत टीम के रूप में नजर आती है और खासकर पंजाब ने इस बार जिन खिलाड़ियों को चुना है उनकी क्रिकेट में काफी नाम है और प्रतिभा के साथ-साथ अनुभव भी। इन नामों में लियम लिविंगस्टन, जॉनी बेयरस्टो, कगिसो रबाडा, शिखर धवन और ओडियन स्मिथ जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। वहीं टीम ने मंयक अग्रवाल और अर्शदीप सिंह को पहले से रिटेन कर रखा था। इसके बावजूद भी टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा।शायद टीम का मयंक अग्रवाल का कप्तान बनाये जाने का फैसला भी टीमहित में नहीं गया। मयंक के खुद के परफॉर्मेंस पर भी इसका प्रभाव साफ तौर पर दिखा। अब देखना होगा कि टीम आखिर और क्या बदलाव करती है।
अमन पांडेय