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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में बेहतर काम करने का दावा हमेशा करती है और उसी दावें को आगे बढ़ाते हुए आज दिल्ली के नजफगढ़ में शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल का उद्धाटन किया है। केजरीवाल के अनुसार, स्कूल में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है और छात्रों को विभिन्न सशस्त्र बलों की प्रवेश परीक्षा प्रणाली के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा।
जो बच्चे सेना में जाने चाहते हैं उनके लिए Delhi में आज पहला Shaheed Bhagat Singh Armed Forces Preparatory School चालू हुआ है।
— AAP (@AamAadmiParty) August 27, 2022
यहां सभी सुविधाएं हैं और FREE में हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि यहां से निकले हुए बच्चे फ़ौज का नेतृत्व करेंगे और देश की सेवा करेंगे🇮🇳
—CM @ArvindKejriwal pic.twitter.com/kfmG64lu9q
दिल्ली में अभी तक सैनिक स्कूल नहीं था और इस स्कूल को खोलने की तैयारी एक साल पहले ही हो रही थी जो आज जाकर पूरा हुआ है। यह स्कूल भी बाकी स्कूलों से अलग तो जरुर है लेकिन इसमें भी शिक्षा मुफ्त दी जाएगी। इस स्कूल में 9वीं और 11वीं में नामांकन हो पाएगा और साथ ही वैसे छात्र जो आर्म्ड में जाने के लिए तैयारी कर रहे हैं, उन्हें विशेष रुप से इस स्कूल से लाभ मिलने वाला है। इस स्कूल में सेवानिवृत अधिकारियों को आमंत्रित किया जाएग ताकि वे पढ़ रहे छात्रों को ट्रेनिंग दे सके।
केजरीवाल ने कहा कि जिन छात्रों ने इस स्कूल में एडमिशन लिया है उसमें 80 से 90 फीसदी बच्चे सरकारी और 10-15 फीसदी बच्चे निजी स्कूल से भी है। स्कूल में सशस्त्र बलों के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए साइकोमेट्रिक टेस्ट, व्यक्तित्व विकास कार्यशालाएं और मॉक टेस्ट आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने कहा कि स्कूल का इसलिए भगत सिंह के नाम पर रखा गया ताकि छात्र उनसे कुछ सीख सके। भगत सिंह भारतीय युवाओं के लिए ही नहीं बल्कि सभी देशवासियों के लिए प्रेरणाश्रोत हैं जो 23 साल की उम्र में ही अपनी प्राणों की आहूती दे दी। बताया जा रहा है कि स्कूल में एडमिशन के लिए 18000 बच्चों ने अप्लाई किया था लेकिन सिर्फ उनमें से 180 बच्चों को ही नामांकन मिल पाया है। स्कूल में लड़कों और लड़कियों के लिए हॉस्पटल की सुविधा भी है।