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11 अगस्त। उत्तर प्रदेश में एक ओर प्रशासन की खूब चर्चा हो रही है। चाहे वह उत्तर प्रदेश में तबादले को लेकर हो या फिर उसके शासन को लेकर हो, लेकिन अब एक और चर्चा शुरू हो गई है। चर्चा है उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद पुलिस की। एक कॉन्स्टेबल का रोते हुए वीडियो वायरल हो रहा है और वायरल हो रहा है सरकार की कमियों की गाथा।
कॉन्स्टेबल मनोज कुमार ने मेस में खराब खाना दिए जाने का आरोप लगाया है। मनोज फिरोजाबाद जिला पुलिस मुख्यालय के पुलिस लाइन में तैनात हैं। उन्होंने खाने की थाली हाथ में लेकर आरोप लगाया कि पुलिस लाइन के मेस में दाल में पानी ज्यादा होता है और रोटी कच्ची दी जाती है। मनोज का कहना है कि 12 घंटे ड्यूटी करने के बाद उन्हें इस तरह का खाना दिया जाता है। मनोज का कहना है कि जब इसकी शिकायत किया तो उन्हें धमकी दी जा रही है।

ये वीडियो 10 अगस्त का बताया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय के गेट के बाहर मीडियाकर्मियों के सामने खाने की शिकायत करते-करते मनोज रोने लगे। उन्होंने कहा कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है। वो कहते हैं,
“इस विभाग में कोई सुनने वाला नहीं है। अगर कप्तान साहब पहले सुन लिए होते तो उन्हें यहां आने की जरूरत नहीं पड़ती। कप्तान साहब निकलकर आए तो मैंने उनसे कहा कि आप इसमें से 5 रोटी खा लीजिए। कम से कम पता तो चले कि आपके सिपाही 12 घंटे ड्यूटी करने के बाद ये रोटियां खा रहे हैं। मैं आपसे बस पूछना चाहता हूं कि क्या आपके बेटे-बेटियां ये रोटी खा सकेंगे। कोई सुनने वाला नहीं है, मैं सुबह से भूखा हूं।”
मनोज आगे कहते हैं,
“किससे कहूं, यहां मेरे मां-बाप थोड़ी हैं. मेस मैनेजर के द्वारा धमकी दी जा रही है कि अगर थाली को लोगों के बीच लेकर गया तो तुम्हें बर्खास्त करके छोड़ेंगे. आप बताइए कि मेरे साथ ज्यादती हो रही है या नहीं. डीजीपी महोदय को फोन किया तो उनके पीएसओ ने कहा कि फोन काट दो नहीं तो बर्खास्त करके घर भेज दिया जाएगा. एडीजी को फोन किया लेकिन उन्होंने उठाया नही।
फिरोजाबाद पुलिस का जवाब
मनोज का जब वीडियो वायरल हुआ तो पूरे महकमे में हल्ला होना शुरू हो गया। इसपर फिरोजाबाद पुलिस का भी जवाब आ गया है।
वीडियो वायरल होने के बाद फिरोजाबाद पुलिस ने कहा कि पुलिस लाइन के क्षेत्राधिकारी को जांचकर कार्रवाई करने को कहा गया है। फिर बाद में एक ट्वीट में फिरोजबाद पुलिस ने लिखा,
“मेस के खाने की गुणवत्ता से संबंधित शिकायती ट्वीट प्रकरण में खाने की गुणवत्ता संबंधी जांच सीओ सिटी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शिकायतकर्ता कॉन्स्टेबल को आदतन अनुशासनहीनता, गैरहाजिरी और लापरवाही के मामलों में पिछले सालों में 15 बार सजा दी गई है।”
फिरोजाबाद पुलिस द्वारा दिए गए इस जवाब में कितनी सच्चाई है और मनोज कुमार की वर्तमान स्थिति क्या है, यह जांच का विषय है लेकिन पूरे मामले में विपक्ष ने भी योगी सरकार पर निशाना साधना शुरू किया है। आम आदमी पार्टी (AAP) की उत्तर प्रदेश इकाई ने ट्विटर पर लिखा है,
(सीएम योगी) आदित्यनाथ जी देखिए इस वीडियो को शर्म कीजिए अपनी सरकार पर जो सिपाहियों के लिए अच्छा खाना तक नहीं दे पा रही है..!
वहीं यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने ट्विटर पर लिखा कि यूपी पुलिस के सिपाही मनोज कुमार के ये आंसू बताने के लिए काफी हैं कि प्रधानमंत्री 18-18 घंटे किन-किन लोगों के लिए काम कर रहे हैं और बाकियों का क्या हाल है।