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नई दिल्ली, 23 जुलाई। भारत-वेस्टइंडीज के बीच पहला वनडे मैच कितना शानदार और रोंगटे खड़े करने वाला था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बैटिंग-बॉलिंग तो डिसाडर होते ही है क्रिकेट में लेमिन कल एक बेहतरीन फील्डिंग ने मैच का रिजल्ट डिसाइड कर दिया। अंतिम ओवर में 15 रनों की जरूरत थी और अंतिम दो गेंदों में 8 रनों की। लेकिन सिराज की गेंद जो लेग स्टंप छोड़कर बहुत दूर से जा रही थी जिसे अंपायर ने वाइट करार दिया, लेकिन अगर संजू सैमसन ने उड़ते हुए गेंद को नहीं रोका होता तो शायद गेंद फाइन लेग से चार रन के लिए निकल गई होती। भारत ने यह मैच सिर्फ 3 रनों से जीता।
सलामी जोड़ी का कमाल

भारत की जीत की नींव रखी शिखर धवन और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी ने। कप्तान शिखर धवन ने शानदार 97 रनों की पारी खेली। हालांकि वह नवर्स नाइंटी के शिकार हो गए लेकिन तब तक उन्होंने टीम को एक बड़े टोटल की ओर पहुचाने का रास्ता खोल दिया था। शुभमन गिल ने भी शानदार अर्धशतक लगाते हुए 53 गेंदों में 64 रनों की पारी खेली लेकिन अपने ही एक गलत कॉल के कारण रन आउट हो गए। शिखर-गिल की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 119 रनों की शानदार साझेदारी की। इसके बाद आये श्रेयस अय्यर ने भी अर्धशतक जड़ा और 54 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि इसके बाद आये सूर्यकुमार यादव, सैमसन सहित कुछ खास नहीं कर पाए। हालांकि अंतिम गेंद पर लगाया गया चौका ही मैच में अंतर पैदा कर दिया और टीम का टोटल स्कोर 308 रन पहुँचाया।
वेस्टइंडीज हार के बाद भी खुश

वेस्टइंडीज टीम जब 309 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो उसके सामने सबसे पहली चुनौती 50 ओवर खेलने का था क्योंकि पिछले 12 मैचों में वह 9 बार ऑल आउट हो चुका था। फिर 16 रन पर ही सबसे अनुभवी शे हॉप का विकेट गिरते ही लगा कि शायद अब कम डाउन शुरू हो गया लेकिन दूसरे विकेट के लिए मयर्स और ब्रूक ने 113 रनों की शानदार साझेदारी कर डाली। मेयर 75 तो ब्रूक 46 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद बैटिंग के लिए आये किंग ने भी शानदार 54 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। हालांकि शेफर्ड और हुसैन की छोटी मगर जीत की संघर्ष करती बेहतरीन पारी रिजल्ट नहीं दे पाई लेकिन कप्तान पूरन को यह कहने पर मजबूर कर दिया कि हम हारकर भी खुश हैं।
भारतीय गेंदबाजों से निराशा क्यों हुई?

वेस्टइंडीज जैसी टीम जो कि टी20 फॉर्मेट में बेचतर तो हैं ही लेकिन पिछले कुछ समय से वनडे या टेस्ट में जूझते हुए नजर आ रहे थे। ऐसे में भारतीय गेंदबाजो से यही उम्मीद थी कि 308 के टोटल को आराम से डिफेंड कर देंगे। हालांकि डिफेंड जरूर किया लेकिन जिस तरह से वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों का सामना किया वह बताता है कि भारतीय गेंदबाज उम्मीद पर खरा नहीं उतर पाए। प्रसिद्ध कृष्णा और अक्षर पटेल को विकेट न मिलना भी समस्या रहा। सिराज, शार्दूल और चहल ने जरूर 2-2 विकेट लिए लेकिन भारत को अगले मैच में और बेहतर तैयारी के साथ उतरना पड़ेगा।
अमन पांडेय