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नई दिल्ली, 22 जुलाई। श्रीलंका का गाले क्रिकेट स्टेडियम, भारत और मेजबान श्रीलंका एक-दूसरे के आमने-सामने थे। 18 जुलाई 2010 को हुए इस टेस्ट मैच को देखने के लिए पूरा स्टेडियम भरा हुआ था क्योंकि यह मैच श्रीलंका के दर्शकों के लिए बेहद खास था क्योंकि श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का यह आखिरी टेस्ट मैच जो था। यानी 18 साल के लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर को आज अलविदा कहने का वक्त आ चुका था। इसलिए दर्शक उन्हें एक बेहतरीन विदाई देने के लिए स्टेडियम में पहुँचे थे। टेस्ट पूरा हो पायेगा या नहीं इसपर भी संशय था क्योंकि बारिश आने की पूरी संभावना थी। हालांकि हिन्द महासागर के किनारे स्थित गाले क्रिकेट स्टेडियम 26 दिसम्बर 2004 को आये सुनामी में पूरी तरह तबाह हो गया था जिसका नवीनीकरण 2006 में किया गया।

मैच शुरू हुआ और भारत पहले क्षेत्ररक्षण करने लगा। श्रीलंका पहले बैटिंग करते हुए 520 रनों का एक विशाल स्कोर रनबोर्ड पर टांग दिया और अपनी पारी डिक्लेयर किया। भारतीय टीम इस स्कोर का सामना करने उतरी तो 276 रनों पर ही ढेर हो गई क्योंकि अपना आखरी टेस्ट मैच खेल रहे मुरलीधरन भारतीय बल्लेबाजों की क्लास ले रहे थे। इस इनिंग में मुरलीधरन ने कुल 5 विकेट लिए। इस मुकाबले से पहले उनके नाम 792 विकेट थे।
कुछ इस तरह मिला 800वां टेस्ट विकेट

मैच में 800 का जादुई आंकड़ा पाने के लिए 8 विकेट की जरूरत थी जिसकी शुरुआत मुलीधरन ने सचिन तेंदुलकर के विकेट से की। इसके बाद बारिश के कारण मैच रुक गया। गाला में लगातार दो दिन बारिश के बाद मुरली जब वापस मैदान पर लौटे तो सिर्फ चौथे दिन यानी 22 जुलाई को ही पांच विकेट मुरली ले लिए। उसी दिन फॉलो ऑन खेलने को मजबूर भारत जब दोबारा खेलने उतरा तो मुरलीधरन को 3 विकेट की जरूरत थी। फिर प्रज्ञान ओझा जो नाईट वाच मैन के रूप में आये। उनका विकेट लेते ही मुरलीधरन ने अपने 800 विकेट पूरे किए। इस तरह विकेटों के माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले वह विश्व के इकलौते गेंदबाज है।
श्रीलंका ने दी शानदार विदाई:

श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भी उनके आखिरी टेस्ट में शानदार विदाई दी। क्योंकि गाले टेस्ट मैच में श्रीलंका ने भारत को 10 विकेट से हराया था। मुथैया मुरलीधरन ने 18 साल के लंबे करियर में 166 टेस्ट खेले इस दौरान उन्होंने 22.7 की औसत से विकेट्स झटके। मुरलीधरण ने 400 से 700 विकेट सबसे तेजी से झटके। मुरली ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 44039 गेंदे फेंकी। उन्होंने 3 ग्राऊंड्स पर 100 से ज्यादा विकेट लेने वाले पहले बॉलर हैं। इतना ही नहीं उन्होंने श्रीलंका के घरेलू मैदानों पर लिए सबसे ज्यादा 493 विकेट लिए हैं। मुरली के नाम 4 टेस्ट मैचों में लगातार 10 से ज्यादा विकेट लेने का भी रिकॉर्ड दर्ज है। मुरलीधरन के नाम हैं कुल 1347 विकेट्स दर्ज है।
अमन पांडेय