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15 जुलाई 2022। भारत और इंग्लैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज 1-1 की बराबरी पर आकर खड़ी है वजह है भारत का दूसरे मैच में 100 रनों से हार जाना। भारत के लिए बिलेन बना फीट 5 इंज लंबे इंग्लैंड के गेंदबाज रीस टोपली। टोपली ने भारतीय बल्लेबाजों की एक न चलने दी और 6 विकेट लेकर 246 रनों के लक्ष्य का बखूबी बचाव किया।टोपली के इन 6 विकेट में कप्तान रोहित शर्मा के अलावा शिखर धवन, सूर्यकुमार यादव, मोहम्मद शमी, युजवेंद्र चहल और प्रसिद्ध कृष्णा शामिल थे। इंग्लैंड के किसी भी गेंदबाज द्वारा यह वनडे क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टोपली से पहले यह रिकॉर्ड पूर्व कप्तान पॉल कॉलिंगवुड के नाम था जिन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 2005 में 31 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे।
भारत की ओर से कोई भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं कर सका। शिखर और पंत के शॉट सेलेक्शन पर कई सारे सवाल उठ रहे हैं तो विराट कोहली का बल्ला एक बार फिर शांत रहा। दूसरे मैच में मिली हार के बाद भारत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। वैसे भी अक्सर यही होता है कि सीरीज शुरू होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जाता है या फिर सीरीज खत्म होने के बाद लेकिन भारत ने मैच के तुरंत बाद कांफ्रेंस करने की बात कही। युजवेंद्र चहल प्रेस कॉन्फ्रेंस में आएंगे ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन हार के बाद रोहित शर्मा ने अपनी जिम्मेदारी समझकर खुद कॉन्फ्रेंस में आये।



ऐसा धोनी को अक्सर देखा गया है कि जीत के बाद चाहे जो प्लेयर कांफ्रेंस अटेंड करता हो लेकिन हार के बाद वह स्वयं आते हैं। यही काम रोहित शर्मा ने भी किया।रोहित ने प्रेस में एक बार फिर से कोहली पर उठाए गए सवालों का बड़े आराम से जवाब दिया और कहा कि बाहर क्या चल रहा है उससे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकीन कोहली कितना इम्पोर्टेंट हैं, यह सिर्फ हम जानते हैं। उसके बाद उन्होंने इस बात को माना कि वाकई में अहम मुकाबलों के दौरान लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर का धराशायी होना एक गलत पैटर्न का हिस्सा होता दिख रहा है और टीम इस पहलू पर और मेहनत करेगी।
रोहित ने जो कहा अगर उसपर गौर करें तो अगर कोहली चेज़ मास्टर रहे हैं तो शिखर धवन को भी बड़े लक्ष्य को साधना काफी रास आता है। लेकिन, वन-डे इतिहास के इन दोनों बेहतरीन खिलाड़ियों ने पिछली 36 पारियों में मिलकर भी एक शतक नहीं जड़ा है। यही नहीं कुछ ऐसा ही हाल ऋषभ पंत के साथ भी है पंत पहले बल्लेबाजी करते हुए नंबर 4 पर 26 मैचों में अब तक पंत का औसत करीब 47.75 का है। और बाद में बल्लेबाजी करने उतरने पर वे महज एक साधारण खिलाड़ी हो जाते हैं और उनका औसत 13 से भी कम हो जाता है जबकि टीम की ओर से उन्हें चेज़ मास्टर का रोल दिया जा रहा है लेकिन टीम मैनेजमेंट पंत के आकंड़ों को नहीं देख रहा है।