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नई दिल्ली, 9 जुलाई। टी-20 वर्ल्ड कप 16 अक्टूबर से शुरु हो रहा है। मतलब अगर आज से बात करें तो अब सिर्फ 100 दिन बच गए हैं। सभी देशों की तैयारियां जोरो पर हैं। सभी देश चाहते हैं कि उनकी टीम बेहतरीन और बैलेंसिंग हो। कई देशों ने तो अपनी टीम डीसाइड भी कर चुकी है। लेकिन इन तैयारियों के बीच भारतीय टीम कहां खड़ी है, यह सबसे बड़ा सवाल है। क्योंकि फिलहाल भारत के पास कई सारी समस्याएं दिखाई दे रही हैं। कप्तानी, ओपनिंग स्लॉट, फिनिशर, बैकअप गेंदबाज, स्पीनर्स और इन सबसे ऊपर रन मशीन विराट कोहली का मौजूदा फॉर्म।

16 टीमों से सजी इस वर्ल्ड कप में भारत या तो अभी तक डिसाइड नहीं कर पाया है या फिर ‘दिल मांगे मोर’ वाली हाल हो गई है। अगर सिर्फ पिछले आठ महीनों की तैयारियों के लिहाज से देखें तो भारत सिर्फ बदलाव के दौर से गुजर रहा है। चाहे बदलाव किसी भी क्षेत्र में हो। पिछले वर्ल्ड कप के बाद भारत ने न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और आयरलैंड के खिलाफ कुल मिलाकर 16 टी20 खेले हैं। इसमें से भारत ने 14 मुकाबले जीते हैं जिनमें से घर में 12 और बाहर 2… भारतीय टीम इस वक्त इंग्लैंड के साथ 3 टी20 की सीरीज खेल रही है और इसका पहला मुकाबला जीत चुकी है। भारत ने इन 16 टी-20 मुकाबलों में 27 खिलाड़ियों को आजमाया है। इसमें तेज गेंदबाज, स्पिनर, विकेटकीपर, मिडिल और टॉप ऑर्डर बल्लेबाज के अलावा मैच फिनिशर शामिल हैं।

अगर बात सिर्फ गेंदबाजों की करें तो अभी तक इन 16 मुकाबलों में 8 तेज गेंदबाजों को भारतीय टीम ने मौका दिया है। भुवनेश्वर कुमार जो आउट ऑफ फॉर्म चल रहे थे और हर्षल पटेल जिन्हें टीम में शामिल कर उनके बेहतर प्रदर्शन का इनाम दिया है, दोनों ने 14-14 मैच खेले हैं। इसके अलावा आवेश खान, दीपक चहर और उमरान मलिक का नाम भी शामिल है। अब तो इसमें एक और गेंदबाज का नाम जुड़ चुका है अर्शदीप सिंह। सबसे बड़ी बात है कि इन गेंदबाजों के बीच जसप्रीत बुमराह ने सिर्फ 2 मैच ही खेले हैं। मतलब उन्हें टी-20 मैचों में आराम देने की रणनीति रही है। पिछला वर्ल्ड कप नहीं खेलने वाले मोहम्मद शमी को इस बार भी मौका मिलेगा या नहीं यह सवाल संदेहास्पद है।

ऐसे में गेंदबाजों की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल का बैकअप कवर उमरान मलिक, आवेश खान और अर्शदीप हो सकते हैं। वहीं मामला स्पीनर्स के साथ भी बेहद संगीन है। यजुवेन्द्र चहल अपने बेहतरीन प्रदर्शन के पीक पर हैं तो रविन्द्र जडेजा और अक्षर पटेल ने भी खासा प्रभावित किया है। रवि विश्नोई को जो भी मौका मिला अच्छे से भुनाया है। दौड़ में तो वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप चहल भी हैं लेकिन अभी वे चोट से बाहर हैं। बात वरुण चक्रवर्ती और राहुल चाहर की नहीं होनी चाहिए क्योंकि वे दूर-दूर तक इस वर्ल्ड कप के रेस में नज़र नहीं आते।

बल्लेबाजी में ओपनिंग पोजिशन यानि मैच की शुरुआत कौन करेगा यह कठीन प्रश्न है। इसका जवाब 6 बल्लेबाज दे सकते हैं जिनकों इस्तेमाल किया गया है। कप्तान रोहित शर्मा वहां खुद को फीट कर चुके हैं जिनकी जोड़ी के एल राहुल के साथ बेहतर दिखती है। लेकिन ईशान किशन को बार-बार मौका देना भी तीसरे बैकअप ओपनर के संकेत हैं। ऐसे में ऋतुराज गायकवाड और संजू सैमसन का एक ओपनर के तौर पर अजमाना समझ से परे हैं। हालांकि के एल राहुल फिलहाल चोट से उबर रहे हैं। अभी तो दीपक हुड्डा जो बेहतर दिख रहे हैं, उन्होंने भी एक मैच में ओपनिंग कर अपनी हाथ अजमा ली है।

नंबर 3 और चार की बात आती है तो यहां टीम मैनेजमेंट विराट कोहली की मौजूदा फॉर्म को लेकर काफी परेशान और हताश नज़र आ रही है। हालांकि पिछले वर्ल्ड कप के बाद कोहली सिर्फ दो टी-20 मैच ही खेल पाए हैं और उन्हें बीसीसीआई की तरफ से अल्टिमेट भी मिल चुका है। बावजूद उसके कोहली के बिना वर्ल्ड कप खेलना थोड़ा अतिश्योक्ति होगी। नंबर तीन या चार पर श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत ने बेहतर खेला है और अब तो एक नए जोश के साथ दीपक हुड्डा ने भी अपना काम कर बीसीसीआई को धर्मसंकट में डाल दिया है।

हालांकि फिनिशर में शायद बीसीसीआई को ज्यादा दिमाग लगाने की जरुरत नहीं पड़ेगी क्योंकि वहां दो खिलाड़ी दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी हैं जो दोनों इस वक्त बेहतरीन फॉर्म में हैं। वेंकटेश अय्यर के बारे में आईपीएल से पहले सोचा जा रहा था लेकिन आईपीएल में पहले धामाकेदार प्रदर्शन और फिर अभी हाल में टी-20 मैचों में कर हार्दिक पांड्या ने उनका पत्ता काट दिया है। फिलहाल वेस्टइंडीज के साथ होने जा रही टी-20 सीरीज बहुत कुछ डिसाइड करेगी क्योंकि उसमें शिखर धवन को कप्तान बनाया गया है।

कप्तानी रोहित शर्मा जरुर टी-20 वर्ल्ड कप में करेंगे लेकिन कप्तानों के मामले में भी भारत की मैनेजमेंट काफी अलग विचार वाली दिख रही है। राहुल द्रविड़ के की कोचिंग में पिछले 8 महीनों में 6 कप्तान बदले जा चुके हैं। द्रविड़ ने बतौर कोच 17 नंवबर 2021 को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से अपने सफर की शुरुआत की थी और तब से शुरु हुआ कप्तानों के बदलने का सिलसिला।

कोविड-19 से जुड़े बबल ब्रेक और इंजरी के कारण दिए गए ब्रेक के चलते कप्तान के तौर पर विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, केएल राहुल, ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने टीम की कमान संभाली। अब एक बार फिर से वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में शिखर कप्तानी करते नज़र आएंगे। हालांकि इंग्लैंड में हुए एक अभ्यास मैच में डीके यानि दिनेश कार्तिक भी कप्तानी कर चुके हैं। बहरहाल, टीम इंडिया का इन सब के पीछे क्या कारण है यह मैनेजमेंट बेहतर बताएगी लेकिन अगर कन्फ्यूजन है तो वह समस्या है और अगर ‘दिल मांगे मोर’ हैं तो फिर वर्ल्ड कप में यही उम्मीद ‘चक दे इंडिया’