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30 जून को महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी चर्चा में है। गुरुवार शाम को मुंबई स्थित राजभवन में राज्यपाल कोश्यारी ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी। उसके बाद भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मिठाई खिलाकर गुलदस्ता भेंट किया। उसके बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की नव नियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मिठाई खिलाते हुए वायरल हुई तस्वीरों पर शरद पवार ने शनिवार को तंज कसा। शरद पवार ने कहा कि वह लंबे समय से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होते रहे हैं लेकिन उन्हें कभी किसी राज्यपाल ने मिठाई नहीं खिलाई। एनसीपी प्रमुख पवार ने कहा कि ‘मैंने एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह को टेलीविजन पर देखा। राज्यपाल उन्हें पेड़ा खिला रहे थे और गुलदस्ता भेंट कर रहे थे। ऐसा लगता है कि उनमें कुछ गुणात्मक बदलाव आया है। अपने एक ट्वीट में तंज कसते हुए पवार ने लिखा कि वह साल 1967 से शपथ ग्रहण समारोह देखते आ रहे हैं। पवार ने कहा, ‘मैंने 1972 से 1990 तक शपथ भी ली थी लेकिन किसी भी राज्यपाल ने मुझे मिठाई नहीं खिलाई। साल 2019 में महा विकास अघाडी के नेताओं के शपथ ग्रहण समारोह को याद करते हुए पवार ने कहा, ‘मैं वहां मौजूद था। कोश्यारी ने कुछ भावी मंत्रियों द्वारा कुछ हस्तियों का नाम लेकर शपथ लेने पर आपत्ति जताई थी। यहां तक उन्होंने उस समय मुझे देखकर केवल प्रारूप के तहत ही शपथ लेने को कहा था। उन्होंने कहा फिर भी एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को दिवंगत बालासाहेब ठाकरे और दिवंगत आनंद दिघे का उल्लेख किया लेकिन राज्यपाल ने उस समय कोई आपत्ति नहीं की। पवार ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से पदभार ग्रहण करने के दौरान उनके द्वारा लिए गए फैसले के विपरीत था। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों के साथ व्यवहार करने में तटस्थ होना चाहिए । बता दें कि ढाई साल उद्धव ठाकरे सरकार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच कई मामलों को लेकर तनातनी बनी रही।