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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के दो और करीबियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार हुए करीबियों का नाम अंकुश जैन और वैभव जैन बताया जा रहा है। इन दोनों के नाम सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज FIR में भी बतौर आरोपी दर्ज है। ईडी इन दोनों को विशेष अदालत के सामने पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी।
एक महीना से अधिक समय से गिरफ्तार हुए सत्येन्द्र जैन के करीबियों से लगातार पूछताछ चल रही थी। बीच में ईडी अधिकारियों ने बताया था कि सत्येन्द्र जैन के करीबी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। कोलकाता के सेल कंपनी के हवाला कारोबारियों का जो जिक्र था उसमें सत्येन्द्र जैन के साथ इन दोनों ने अहम भूमिका निभाई थी। ईडी द्वारा जब बीती 6 जून को इस मामले में जो छापेमारी की गई थी उसमें भी इन लोगों के यहां से नकदी आदि बरामद हुई थी। हालांकि इस छापेमारी को केजरीवाल सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित अन्य आप नेताओं ने गलत बताया था और ईडी पर आरोप लगाया कि ईडी किसी के घर जाकर झापेमारी कर रही है और उसका कनेक्शन सत्येन्द्र जैन से जोड़कर बता दे रही है।
इस छापेमारी पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सत्येनद्र जैन को आज गिरफ्तार हुए एक महीने से अधिक समय हो चुका है, उसके बावजूद केजरीवाल अपने हठधर्मीता और सत्येन्द्र जैन की कालाबाज़ारी में सहभागी होने के कारण उन्हें मंत्रीमंडल में जगह देने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि यह वही केजरीवाल हैं जिनका कहना है कि वे सिर्फ वीडियो के आधार पर मंत्रियों को बर्खास्त करते हैं। केजरीवाल ने दिल्ली और पंजाब में मंत्री के ऊपर घड़ियाली आसूं बहाकर उन्हें बर्खास्त किया था जो अपने आप को ईमानदार साबित करने की सिर्फ एक चाल थी।