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नई दिल्ली, 24 जून। देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना वायरस अपनी पैर परासरना शुरू कर चुका है। उसकी तेजी से बढ़ती रफ्तार लोगों को फिर से डराने का काम कर रहा है। कल यानी बृहस्पतिवार के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में कोरोना वायरस की रफ़्तार 2000 के पार पहुँच चुकी है। गुरुवार को कोविड-19 के 1,934 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 8.10 प्रतिशत रही। पिछले 24 घंटे में महामारी से दिल्ली में किसी की मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है। इतना ही नहीं डर इस बात का भी है कि यह आंकड़े 4 फरवरी के बाद से सर्वाधिक दैनिक मामले हैं।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों में जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस के 1,934 नए मामले कल किए गए 23,879 नमूनों के परीक्षण में सामने आए हैं। दिल्ली में महामारी के नए मामले कल के आंकड़ों के मुकाबले 108 प्रतिशत अधिक हैं। चार फरवरी को राजधानी में 3.85 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ 2,272 मामले सामने आए थे और 20 लोगों की मौत हो गई थी। यह बढ़ते आंकड़े एक तरफ डरा रहे हैं तो दूसरी तरफ कल 2000 केस मिलने के बावजूद किसी की मृत्यु न होना एक शुकुन है।
नए मामलों के साथ दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 19,27,394 हो गई है और मृतक संख्या 26,242 पर बनी हुई है। बुधवार को, दिल्ली में महामारी के 928 मामले सामने आए थे जो 7.08 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ एक सप्ताह में सबसे कम मामले थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शहर के अस्पतालों में 9,496 कोविड बिस्तरों में से केवल 265 पर ही मरीज हैं और एक दिन पहले यह आंकड़ा 263 बिस्तरों का था। वहीं, कोविड देखभाल केंद्रों और कोविड स्वास्थ्य केंद्रों में बिस्तर खाली पड़े हैं।
राजधानी में करीब 82 प्रतिशत योग्य लोगों ने कोविड की प्रिकॉशन डोज समय पर नहीं ली है। अधिकारियों के अनुसार 18 से 60 साल के बीच के इन लोगों के प्रिकॉशन डोज लेने का समय भी 14 जून को खत्म हो चुका है। बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या में अब भी बहुत अधिक इजाफा नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार 14 जून तक 18 से 60 साल की उम्र के बीच के 3003639 लोगों को बूस्टर डोज दी जानी थी। इनमें से महज 540943 यानी करीब 18 प्रतिशत ने ही प्रिकॉशन डोज ली है। हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर बूस्टर डोज लेने के मामले में भी राजधानी दिल्ली अच्छा कर रही है। यदि राष्ट्रीय स्तर की बात करें तो इस उम्र के महज 3.5 प्रतिशत लोगों ने ही बूस्टर डोज ली है।