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नई दिल्ली, 23 जून। यशस्वी जायसवाल आईपीएल में धमाल के बाद अब घरेलू क्रिकेट में ग़दर मचाये हुए हैं। फिलहाल रणजी ट्रॉफी में जिस तरह से उन्होंने प्रदर्शन किया है, उससे राष्ट्रीय टीम में बड़े-बड़े खिलाड़ियों के होश उड़े हुए हैं खासकर सलामी बल्लेबाजों के। क्योंकि यशस्वी का मेन बैटिंग पोजिशन वही है। रणजी का फाइनल मुकाबला मुम्बई और मध्यप्रदेश के बीच हो रहा है। मुम्बई ने पहले टॉस जीतकर बैटिंग करने का निर्णय लिया है और इस निर्णय को सार्थक बनाया खुद कप्तान पृथ्वी शॉ और यशस्वी की जोड़ी ने। 87 रनों की पार्टनरशिप हुई। यशस्वी जायसवाल ने कुल 163 गेंदों में 78 रनों की पारी खेली।

20 वर्षीय इस बल्लेबाज ने क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल के बाद अब फाइनल में भी पहली पारी में अर्धशतक जमाया है। रणजी ट्राफी के बड़े मैच में यशस्वी ने अपने खेल का स्तर और भी बड़ा किया। क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड के खिलाफ 103 रन की पारी खेलने वाले इस खिलाड़ी ने सेमीफाइनल में यूपी के विरुद्ध दोनों पारी में शतक जमाया था। पहली में 100 जबकि दूसरी पारी में यशस्वी ने 181 रन बनाकर टीम के फाइनल की टिकट पक्की की थी। अब फाइनल जैसे महामुकाबले में मुंबई के लिए यशस्वी ने पहली पारी में 78 रन की पारी खेली। 163 गेंद पर 7 चौके और 1 छक्के की मदद से यशस्वी ने 78 रन बनाए।
भारतीय टीम के लिए लगातार दरवाजा खटखटा रहे यशस्वी ने घरेलू क्रिकेट ही नहीं इंडियन प्रीमियर लीग में भी रन बनाए हैं। इस रणजी ट्राफी में यशस्वी ने महज तीन ही मुकाबले में खेला है और 99 की बेमिसाल औसत से 497 रन बनाए हैं। इसमें यूपी के खिलाफ सेमीफाइनल में दूसरी पारी में खेली गई 181 रन की पारी भी शामिल रही। उनके खाते में 3 शतक और 1 शतक है। अभी देंखना होगा कि फाइनल की एक पारी और बाकी है और उसमें जायसवाल क्या कारनामा करते हैं।