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बदरपुर इलाके में एक आठ वर्षीय मासूम के साथ 30 वर्षीय युवक ने दुष्कर्म किया और फिर आरोपी ने बच्ची के पूरे शरीर को दांतों से काट डाला। बच्ची के शरीर पर 20 से ज्यादा घाव के निशान बने हुए हैं। मामले की सूचना मिलने के बाद पहुंची बदरपुर थाना पुलिस ने बच्ची को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। आरोपी दो दिन पहले ही किराए पर रहने के लिए आया था और वारदात के बाद से फरार हो गया। आरोपी को पुलिस ने पलवल से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 8 वर्षीय मासूम अपनी माँ के साथ बदरपुर इलाके में रहती है। यह बच्ची का पिता लंबे समय पहले दोनों को छोड़ कर चला गया था। ऐसे में दोनों माँ-बेटी अकेली रहती हैं। मां एक फैक्ट्री में काम कर बेटी को पाल रही है जबकि मासूम इलाके में ही एक सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा है। पीड़िता बच्ची की मां ने पुलिस को बताया कि सोमवार को वह सुबह ड्यूटी पर चली गई थी। शाम करीब सात बजे घर लौटी तो बेटी के गाल पर दांत से काटने का गहरा निशान देखा। बेटी काफी डरी और सहमी हुई थी।डर की वजह से वह कुछ बता भी नहीं रही थी।
मां के समझाने पर बच्ची ने बताया कि इमारत में ही रहने वाले अंकल उसका मुंह दबाकर जबरन अपने कमरे में ले गए थे। जिसके बाद उन्होंने उसके साथ गलत काम किया। बेटी के शरीर का कोई अंग ऐसा नहीं था, जहां आरोपी ने दांत से काटा न हो। पीड़िता की मां ने तुरंत मकान मालिक व पड़ोसियों को इसकी सूचना दी। जब आरोपी के कमरे में जाकर देखा तो वह फरार था। मकान मालिक ने आरोपी के लौटने तक इंताजार करने के लिए कहा, मगर आरोपी नहीं लौटा। मां ने सुबह होते ही पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया है। जहां उसका इलाज चल रहा है।
पीड़ित बच्ची में अपनी मां को बताया कि वारदात के दौरान जब वह दर्द से चीखने लगी तो आरोपी ने उसकी पिटाई की और आवाज कमरे से बाहर न जाए, इसलिए उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। पीड़िता की मां ने बताया कि उसकी इमारत में रहने वाले ज्यादत्तर लोग बच्ची को अपनी बेटी की ही तरह मानते थे। यही वजह थी कि वह रोज अपने काम पर जाते समय उसे अकेले घर छोड़ कर चली जाती थी।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी के मकान मालिक ने उसे किराए पर मकान देने से पहले उसका वेरिफिकेशन नही करवाया था। ऐसे में पुलिस ने अब मकान मालिक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बाद में पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ भी वैरिफिकेशन न कराने पर एफआईआर दर्ज कर ली। बताया जा रहा है कि मकान मालिक के पास आरोपी का फोटो या कोई ऐसा दस्तावेज नहीं मिला है, जिससे उसकी पहचान की जा सकें। मकान मालिक और उस इमारत में रहने वाले लोगो का कहना है कि आरोपी दो दिन पहले ही आया था। जिसके चलते उसके बारे में ज्यादा लोग नही जानते। अब पुलिस आरोपी की पहचान के लिए इमारत के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज जब्त कर आरोपी की पहचान का प्रयास किया और फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान की।
बच्ची की मां ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि वहा अपने काम से आने के बाद घर के काम में लग गई थी। काम करते समय अक्सर बच्ची घर में खेलती रहती है, लेकिन बच्ची चुप एक कोने में बैठी हुई थी। ऐसे में उसे लगा कि बच्ची की तबियत खराब है। उसने बच्ची से तबियत के बारे में पूछा तो वह रोने लगी, लेकिन उसने कुछ नही बताया। मां ने बताया की जब वह बच्ची के पास गई तो उसने देखा कि उसके मुंह पर काटने के निशान बने हुए है। जिसके बाद उसने बच्ची को गोद में उठाया और उससे बात की।
वारदात के बार आरोपी दिल्ली से भाग कर पलवल चला गया। पलवल में उसकी बुआ रहती थी जबकि वह खुद आगरा का रहने वाला था। पुलिस को आरोपी का मोबाइल नम्बर मिला। जिसकी मदद से पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया है।