

JOIN OUR WHATSAPP GROUP
कोरोना के बाद अब देश में मंकीपॉक्स का खतरा मंडराने लगा है। विश्व के कई देश इस बीमारी की चपेट में आने लगे हैं। वहीं अब बिहार के पटना से बधिरपन का इलाज कराने आई पांच साल की बच्ची में मंकी पॉक्स के लक्षण की आसंका हैं।
फिल्हाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्ची के गले से नमूना लेकर जांच के लिए पुणे भेजा है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि बच्ची के शरीर पर जिस तरह के दाने या फुंसियां हैं, वह अधिक आम खाने की वजह से भी हो सकता है। हालांकि बच्ची की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। पुणे से रिपोर्ट 24 घंटे में आने की संभावना है।
बता दें कि पटना की रहने वाली बच्ची के बधिरपन का इलाज आरडीसी स्थित हर्ष ईएनटी अस्पताल में चल रहा है। वह शुक्रवार को तीसरी बार इलाज के लिए आई थी। उसके हाथ, चेहरे और शरीर पर दाने और फफोले निकले हैं।
सीनियर ईएनटी सर्जन डॉ. बीपी त्यागी ने बच्ची को अस्पताल में आइसोलेट करने के बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। इसके बाद सर्विलांस अधिकारी ने जांच करने के लिए टीम भेजा। बच्ची के पिता ने बताया कि बच्ची का विदेश आवागमन नहीं हुआ है, लेकिन बच्ची के चाचा कुछ दिन पूर्व ही दुबई से वापस लौटे हैं। परिवार के अन्य बच्चों में भी कुछ लक्षण हैं।
जांच और भर्ती की नहीं है कोई सुविधा:
मंकी पॉक्स को लेकर शासन स्तर से अलर्ट जारी किया जा चुका है, लेकिन गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी को लेकर अभी भी लापरवाही बरत रहा है। विदेश से आने वालों की जांच और संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन में रखने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।